Uttarkashi Cloudburst: देखिए कैसे बह गया एक गांव, उत्तरकाशी हादसे ने केदारनाथ की याद दिला दी!

Published : Aug 05, 2025, 05:22 PM IST

Uttrakashi Cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस आपदा में अब तक 4 लोगों की मौत और 50 से अधिक लोग लापता हैं। सेना और प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटे हैं। पीएम मोदी ने घटना पर दुख जताया है।

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Cloudburst In Uttarakhand: जब आसमान से फटा कहर

उत्तरकाशी के धराली गांव में दोपहर करीब 1:45 बजे बादल फटने से भारी तबाही मच गई। चार लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग लापता हैं। कई घर और होटल मलबे में दब गए हैं। प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया है।

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Uttarkashi Flash Flood Destruction : तबाही का मंजर, हर तरफ चीख-पुकार

स्थानीय लोगों ने बताया कि बादल फटते ही पहाड़ से आया मलबा होटल, दुकान और घरों को बहा ले गया। पानी और चट्टानों का बहाव इतना तेज़ था कि लोग संभल भी नहीं पाए।

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Indian Army Rescue Operation In Uttarkashi :सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू

भारतीय सेना ने हर्षिल कैंप से सिर्फ 4 किलोमीटर दूर इस गांव में तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया। अब तक 15-20 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, घायलों को सेना के मेडिकल सेंटर में इलाज दिया जा रहा है।

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PM Modi On Uttarakhand Disaster :पीएम मोदी और अमित शाह की निगरानी में राहत अभियान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड सरकार से बात कर राहत कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिया है और कहा है कि एक-एक जान की परवाह की जा रही है।

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गंगोत्री धाम का संपर्क टूटा

धराली में बादल फटने के बाद गंगोत्री धाम का जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह कट गया है। भारी बारिश और मलबा रास्तों को अवरुद्ध कर चुका है, जिससे चारधाम यात्रा पर गए श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ गई है।

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क्या ये जलवायु परिवर्तन की चेतावनी है?

स्थानीय लोग इसे 1978 और 2013 की बाढ़ जैसी त्रासदी बता रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना हिमालयी क्षेत्र में बिगड़ते मौसमीय संतुलन और जलवायु परिवर्तन का संकेत हो सकती है।

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Disaster Helpline Numbers Uttarakhand: हेल्पलाइन नंबर और ज़रूरी अलर्ट

उत्तरकाशी प्रशासन ने आपदा से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, 01374222126 और 9456556431। लोगों से अपील है कि अफवाहों से दूर रहें और ज़रूरत पर ही इन नंबरों का प्रयोग करें।

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