1 जनवरी 2022 से कोई भी कार्ड की डिटेल कलेक्ट नहीं कर पायेगा। सिर्फ कार्ड जारीकर्ता कार्ड विवरण या कार्ड ऑन फ़ाइल ( COF) स्टोर करने की अनुमति होगी।
टेक डेस्क. Google ने जानकारी दी है की 1 जनवरी 2022 से उसका कोई भी प्लेटफार्म बैंक कार्ड की डिटेल जैसे कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट जैसे जरूरी जानकारी को सेव नहीं करेगा। सितंबर में घोषित पेमेंट एग्रीगेटर्स ( PA) और पेमेंट गेटवे ( PG) के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI) के दिशानिर्देश के बाद यह बदलाव आया है। आरबीआई के नए कार्ड नियमों के अनुसार कोई भी संस्था या व्पापारी 1 जनवरी 2022 से कोई भी कार्ड की डिटेल कलेक्ट नहीं कर पायेगा। सिर्फ कार्ड जारीकर्ता कार्ड विवरण या कार्ड ऑन फ़ाइल ( COF) स्टोर करने की अनुमति होगी। RBI ने कार्ड जारीकर्ता द्वारा COF के टोकन को भी बढ़ा दिया है।
ऑटो पेमेंट होगा बंद
एक आधिकारिक बयान में, आरबीआई ने कहा है कि "1 जनवरी, 2022 से, कार्ड जारीकर्ता और कार्ड नेटवर्क के अलावा कार्ड लेनदेन या भुगतान श्रृंखला में कोई भी संस्था, रियल कार्ड डेटा को स्टोर नहीं करना चाहिए। अगर किसी भी डेटा को पहले स्टोर किया गया है तो उसे डिलीट कर दिया जाएगा। नए नियम जल्द ही लागू होने के साथ यूजर को मैन्युअल रूप से पेमेंट करना होगा और हर बार कार्ड डिटेल दर्ज करना होगा। उदाहरण के लिए, जो यूजर अपने Google Pay Google Play, Google One खातों के लिए मासिक भुगतान करते हैं, उन्हें अब हर महीने मैन्युअल भुगतान करना होगा।
ऑटोमैटिक पेमेंट करने वाले यूजर को होगी दिक्कत
यह परिवर्तन उन यूजर के लिए बड़ी समस्या है जो विभिन्न सेवाओं के लिए महीने में ऑटो भुगतान का विकल्प चुनते हैं। Google ने कहा कि यूजर अपने कार्ड डिटेल को कहीं भी सेव सकते हैं जो आरबीआई के नियमों का पालन करता है और संवेदनशील कार्ड विवरण को सुरक्षित रखता है। 31 दिसंबर, 2021 के बाद भुगतान करने के लिए उसी वीज़ा या मास्टरकार्ड जारी डेबिट या क्रेडिट कार्ड का उपयोग जारी रखने के लिए यूजर को अपने कार्ड के विवरण को फिर से दर्ज करना होगा और 2021 के अंत से पहले कम से कम एक खरीदारी या मैन्युअल भुगतान करना होगा। कंपनी ने कहा है कि यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका कार्ड अब आपके अकाउंट में दिखाई नही देगा।
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