रिलायंस जियो में मिडल-ईस्ट देशों के निवेशक भी इन्वेस्टमेंट करने जा रहे हैं। जल्दी ही इसके बारे में घोषणा हो सकती है। सऊदी अरब और अबू धाबी के टॉप निवेशक जियो में इन्वेस्ट करने का मन बना चुके हैं।
टेक डेस्क। रिलायंस जियो में मिडल-ईस्ट देशों के निवेशक भी इन्वेस्टमेंट करने जा रहे हैं। जल्दी ही इसके बारे में घोषणा हो सकती है। सऊदी अरब और अबू धाबी के टॉप निवेशक जियो में इन्वेस्ट करने का मन बना चुके हैं। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अबू धाबी की मुबाडाला इन्वेस्टमेंट (Mubadala Investment) रिलायंस जियो में 1 अरब डॉलर का निवेश कर सकती है। इसके अलावा, अबू धाबी की इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और सऊदी अरब के द पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड की ओर से भी जियो में निवेश किया जा सकता है।
10 अरब डॉलर का हो चुका है निवेश
अभी तक रिलायंस जियो में फेसबुक, विस्टा और जनरल अटलांटिक समेत कई कंपनियों ने करीब 10 अरब डॉलर का निवेश कर दिया है। इसके साथ ही जियो विदेशों में भी लिस्टिंग की तैयारी में है। रिटेल, एजुकेशन और पेमेंट्स के बिजनेस में आ चुकी जियो में निवेश के जरिए मुकेश अंबानी रिलायंस इंजस्ट्रीज को पूरी तरह कर्जमुक्त बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं। बाहरी निवेश से कंपनी की वैल्यूएशन में भी बढ़ोत्तरी होगी। मुकेश अंबानी की योजना 31 मार्च 2021 तक रिलायंस इंडस्ट्रीज को पूरी तरह कर्जमुक्त बना देने की है।
तेल कंपनी अरामको ने भी निवेश की जताई थी इच्छा
इसके पहले सऊदी अरब की दिग्गज तेल कंपनी अरामको ने भी रिलायंस जियो में निवेश की इच्छा जताई थी, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से यह डील नहीं हो पाई। हालांकि, जानकारों का मानना है कि राइट्स इश्यू और फेसबुक व दूसरी कंपनियों के निवेश से कंपनी कर्जमुक्त होने के अपने लक्ष्य को हासिल कर सकती है। फिलहाल, मिडल-ईस्ट देशों से निवेश को लेकर रिलायंस जियो की तरफ कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।