मुकेश अंबानी की जियो प्लेटफॉर्म में माइक्रोसॉफ्ट भी खरीदेगी हिस्सेदारी, डील पर हो रही बातचीत

मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के जियो प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक, केकेआर, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी और जनरल अटलांटिक ने एक महीने के भीतर 10 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा का निवेश किया है। अब इसमें दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट भी हिस्सेदारी खरीदने जा रही है। 

Asianet News Hindi | Published : May 28, 2020 8:08 AM IST / Updated: May 28 2020, 06:43 PM IST

टेक डेस्क। मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के जियो प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक, केकेआर, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी और जनरल अटलांटिक ने एक महीने के भीतर 10 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा का निवेश किया है। अब इसमें दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट भी हिस्सेदारी खरीदने जा रही है। रिलायंस और माइक्रोसॉफ्ट के मैनेजमेंट के बीच इसे लेकर बातचीत चल रही है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ग्लोबल टेक फर्म माइक्रोसॉफ्ट जियो प्लेटफॉर्म्स में 2.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीद सकती है। 

एक महीने में 10 बिलियन डॉलर का निवेश
रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियो प्लेटफॉर्म्स में एक महीने में ही 10 बिलियन डॉलर (करीब 78,562 करोड़ रुपए) का निवेश हो चुका है। यह निवेश फेसबुक, केकेआर, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स और जनरल अटालांटिक ने किया है। फेसबुक ने सबसे पहले 22 अप्रैल को जियो प्लेटफॉर्म्स में 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी और इसके लिए 43,574 करोड़ रुपए का निवेश किया। 22 मई को रिलायंस इंडस्ट्रीज की तरफ से बताया गया कि केकेआर जियो प्लेटफॉर्म्स में 11,367 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। 

Latest Videos

माइक्रोसॉफ्ट के साथ बातचीत शुरुआती दौर में
जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश को लेकर माइक्रोसॉफ्ट से रिलायंस की बातचीत शुरुआती दौर में है। इसके लेकर कुछ दिनों में तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी। सत्या नडेला ने इस साल फरवरी में ही भारत में माइक्रोसॉफ्ट की बड़ी योजनाओं की शुरुआत करने की बात कही थी। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ नडेला ने कहा था कि कंपनी भारत में डाटा सेंटर खोले जाने की योजना पर काम कर रही है।

जियो प्लेटफॉर्म्स में बढ़ता ही जा रहा है निवेश
जियो प्लेटफॉर्म्स की शुरुआत पिछले साल अक्टूबर में रिलायंस इंडस्ट्रीज की सबसिडियरी कंपनी के तौर पर की गई। इसका मकसद सभी डिजिटल और मोबाइल बिजनेस को एक साथ लाना था। 17 मई को इसमें न्यूयॉर्क की जनरल अटलांटिक ने 6,598.38 करोड़ का निवेश किया और इसमें 1.34 फीसदी हिस्सेदारी ले ली। जियो प्लेटफॉर्म्स के तहत ही अब रिलायंस जियो इन्फोकॉम को लाया जा रहा है। अब यही माय जियो (MyJio), जियो टीवी (JioTV), जियो न्यूज (JioNews) के साथ कंटेंट जनरेशन से जुड़े दूसरे वेन्चर्स की पेरेन्ट कंपनी होगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज का मकसद अगले साल मार्च तक पूरी तरह खुद को कर्जमुक्त करना है और साथ ही टेलिकॉम और रिटेल में अपनी पकड़ मजबूत बनाना है। 

 


 

Share this article
click me!

Latest Videos

Bengaluru Mahalaxmi केस का क्या है ओडिशा कनेक्शन? नए एंगल ने पलट दी थ्योरी
OMG! 53 दवाइयां क्वालिटी टेस्ट में फेल, एक तो है Paracetamol
IQ Test: 4 मजेदार सवाल, जानिए कितने स्मार्ट हैं आप #Shorts
फिरोजाबादः चिता की लकड़ियों को छोड़ लाश लेकर क्यों भागे घरवाले?
'बहुत टॉर्चर करती थी महालक्ष्मी', आरोपी मुक्ति रंजन का चौंकाने वाला सुसाइड नोट