लांच के पहले ही यह ऐप दस हजार से अधिक डाउनलोड हो चुका था। इस ऐप को अन्य कैब एग्रीगेटर्स के हाई चार्ज से उपजे असंतोष के बाद लाया गया है। इसको ओला, उबर और रैपिडो के विकल्प के रूप में लांच किया गया है।
Namma Yatri: बेंगलुरू में ओला, उबर जैसी बड़े खिलाड़ियों के जवाब में मंगलवार को 'नम्मा यात्री' ऐप को लांच किया गया। लोकल टैक्सी व ऑटो सर्विस के लिए लाए जा रहे इस ऐप की लांचिंग के पहले भी भरपूर सफलता मिल रही है। लांच के पहले ही यह ऐप दस हजार से अधिक डाउनलोड हो चुका था। इस ऐप को बेंगलुरू ऑटो रिक्शा चालक संघ ने 1 नवम्बर से शुरू किया है। इस ऐप को अन्य कैब एग्रीगेटर्स के हाई चार्ज से उपजे असंतोष के बाद लाया गया है। इसको ओला, उबर और रैपिडो के विकल्प के रूप में लांच किया गया है। इस ऐप में न तो कोई कैंसिलेशन फीस होगा न ही ऑनलाइन पेमेंट पहले करना होगा। इस ऐप से राइड बुक करने वाले कैश पेमेंट ड्राइवर को करेंगे।
बुकिंग फीस दस रुपये देना होगा
ऑटोरिक्शा ड्राइवर्स यूनियन के महासचिव डी.रुद्रामूर्ति ने बताया कि नम्मा यात्री ड्राइवर्स या पैसेंजर्स से कम से कम तीन महीने तक कोई चार्ज नहीं लेगा। केवल पैसेंजर्स को दस रुपये बुकिंग फीस देनी होगी। यह फीस ड्राइवर को देना होगा पिकअप प्वाइंट तक ड्राइव करने के लिए। यही नहीं एक ही बुकिंग पर कई ड्राइवर उस सवारी को किराया ऑफर कर सकते हैं, इससे कोई भी पैसेंजर उचित किराया पर अपने डेस्टिनेशन पर जा सकेगा। इस ऐप से बुकिंग करने पर कोई कैंसिलेशन फीस नहीं होगा न ही ऑनलाइन पेमेंट करना होगा। ड्राइवर को किराया नकद दिया जाएगा। रुद्रमूर्ति ने बताया कि तीन महीने बाद इस ऐप को सही तरीके से संचालित करने के लिए नम्मा यात्री ड्राइवर्स से तीस से चालीस रुपये प्रति दिन के हिसाब से चार्ज ले सकता है। हालांकि, अभी यह तय नहीं है।
जबर्दस्त सफलता मिल रही नम्मा ऐप को
नम्मा यात्री ऐप को काफी सफलता बेंगलुरू सिटी में मिली है। इस ऐप को करीब 14 हजार से अधिक ड्राइवर्स और 20 हजार से अधिक लोगों ने डाउनलोड कर लिया है। रोज कम से कम 500 से एक हजार तक पैसेंजर्स इसके माध्यम से बुकिंग करा रहे हैं। ऑटो यूनियन के रुद्रमूर्ति ने बताया कि वह लोग कोई एग्रीगेटर नहीं हैं। वह लोग एक ऐप से लोगों व ड्राइवर्स को एक सुविधा दे रहे हैं ताकि कोई भी खुद को ठगा महसूस न करे। सरकार ने किराया तय कर रखा है। पैसेंजर्स से ड्राइवर वही चार्ज करेंगे। केवल सुविधा यह होगी कि आसानी से बुकिंग हो सकेगी और किसी को अधिक शुल्क नहीं देना होगा।
ऐप केा बेकन फाउंडेशन ने किया है विकसित
इस ऐप को बेकन फाउंडेशन के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है। इसे इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी के सहयोग-समर्थन से डेवलप किया गया है। ओला और उबर का मुकाबला करने के लिए भविष्य में 'Rook' जैसे अन्य ऐप भी लॉन्च किए जा सकते हैं।
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