भारत सरकार ने पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज में पेटीएम के इन्वेस्टमेंट की मंजूर को टाल दिया है। बीते साल पेटीएम ने सरकार से पेटीएम पेमेंट्स बैंक में किए इन्वेस्टमेंट को मंजूरी देने की मांग की थी। पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस पेटीएम के लिए बेहद जरूरी है।
बिजनेस डेस्क. पेटीएम की मुसीबतें कम होने का नाम ले रही हैं। सरकार ने अब पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज में पेटीएम के इन्वेस्टमेंट की मंजूर को टाल दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पेटीएम की पैरेंट कंपनी में चीन की कंपनियों की पार्टनरशिप है। इसके चलते पेटीएम पेमेंट्स बैंक में 50 करोड़ रुपए के निवेश की मंजूरी को टाल दिया। लेकिन मंजूरी को पूरी तरह नहीं टाला, ना ही किसी प्रकार के जुर्माने का जिक्र नहीं किया हैं। हालांकि, कंपनी ने चीनी कंपनियों के हिस्सदारी की बात को खारीज किया है।
बीते साल कंपनी ने इन्वेस्टमेंट की मंजूरी
बीते साल पेटीएम ने सरकार से पेटीएम पेमेंट्स बैंक में इन्वेस्टमेंट को मंजूरी देने की मांग की थी। पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस पेटीएम के लिए बेहद जरूरी है। कंपनी में चीनी कंपनियों की हिस्सेदारी के लिए सरकार से परमिशन लेना बेहद जरूरी है। इसमें गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और विदेश मंत्रालय शामिल हैं।
इस कंपनी की है पेटीएम की हिस्सेदारी
पेटीएम में 9.88% पार्टनरशिप चाइना की एक कंपनी की है, जिसका नाम एंटफिन है। आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर शिकंजा कसा हुआ है। इस कार्रवाई में पेमेंट्स बैंक को इसके डिजिटल वॉलेट में ग्राहकों से पेमेंट एक्सेप्ट करने पर रोक कर लगा दी है।
जानें पेटीएम का शेयर प्राइज
पेटीएम (वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड) का शेयर 16 अप्रैल को 389.75 रुपए से शुरू हुआ। वहीं 392 रुपए पर शेयर बंद हुआ। सरकार की नामंजूरी के बाद से कयास लगाए जा रहे है कि कल पेटीएम के शेयरों में गिरावट आ सकती है। आज रामनवमी के कारण शेयर बाजार बंद रहा। 18 अप्रैल को शेयर बाजार पर इन्वेस्टर्स का फोकस रहेगा।
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