असम के मोरीगांव में 3 अगस्त को सेमीकंडक्टर प्लांट के निर्माण की पूरी तैयारी कर ली गई है। प्लांट शुरू होने पर हर रोज लगभग 4.83 करोड़ सेमीकंडक्टर चिप्स बनने का अनुमान है। इस प्रोजेक्ट की स्थापना भारत सरकार के सेमीकंडक्टर नीति के तहत की गई है।
टेक डेस्क. असम के मोरीगांव में 3 अगस्त को सेमीकंडक्टर प्लांट के लिए भूमि पूजन हो चुका हैं। इसे टाटा की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी 27 हजार करोड़ के निवेश से बना रही है। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस मौके पर कहा कि यह प्लांट साल 2025 तक चालू हो जाएगा। इससे 27 हजार से ज्यादा लोगों को नौकरी मिल सकेगी। प्लांट शुरू होने पर हर रोज लगभग 4.83 करोड़ सेमीकंडक्टर चिप्स बनने का अनुमान है। इस प्रोजेक्ट की स्थापना भारत सरकार के सेमीकंडक्टर नीति के तहत की गई है।
27 हजार लोगों को मिलेगी नौकरियां
इस सेमीकंडक्टर प्लांट के लगने से लगभग 27 हजार लोगों को नौकरी दी जा सकेगी। इसमें 15 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रूप से और 12 हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से नौकरी दी जा सकेगी। कंपनी के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को उम्मीद है कि यह प्लांट 2025 तक पूरा होगा। इसमें टेक्नोलॉजी बेस्ड, स्किल बेस्ड और हाई-प्रोफाइल नौकरियां दी जाएगी। इसके अलावा वहां पर सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम भी बनाया जाएगा।
भारत में तीन शहरों में लगेगी यूनिट्स
भारत के तीन शहरों में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स लगाने की तैयारी की जा रही है। तीनों यूनिट्स में कुल 1.26 लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा। इससे 50 हजार वेफर्स की मैन्युफैक्चरिंग होगी। असम के अलावा पहली यूनिट में टाटा ग्रुप और पावर चिप-ताइवान की होगी, जो गुजरात के धोलेरा में लगेगी। वहीं, दूसरी यूनिट माइक्रॉन टेक्नोलॉजी गुजरात के साणंद में 93 एकड़ में एडवांस सेमीकंडक्टर असेंबली प्लांट लगाने की तैयारी कर रही है। आपको बता दें कि इस प्लांट का कंस्ट्रक्शन टाटा ग्रुप करेगा। केंद्र सरकार ने इन यूनिट्स के लिए 50% की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया था।
सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में होगी जबरदस्त ग्रोथ
भारत में सेमीकंडक्टर की तीन यूनिट्स लगने से इस इंडस्ट्री की जबरदस्त ग्रोथ होगी। देशभर के 300 कॉलेजों में सेमीकंडक्टर डिजाइन पर कोर्सेज को शुरू होने वाले है।टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप को लेकर कंपनी की विदेशी चिपमेकर्स से इन्वेस्टमेंट के लिए लगातार बातचीत की जा रही है।
यह भी पढ़ें…
Water Purifier खरीदने से पहले जान ले ये जरूरी बातें, वरना पछताएंगे