जब कई टेस्ट के बाद भी बीमारी का पता नहीं चला, तब डॉक्टर ने भी हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद युवक ने एआई चैटबॉट की हेल्प ली और उसे बीमारी का पता चल गया। डॉक्टर से संपर्क करने पर पता चला कि एआई टूल ने सही जानकारी दी है।
टेक डेस्क : आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चर्चाओं में बना हुआ है। ChatGPT एक पावरफुल एआई टूल है और इसे फ्यूचर टेक्नोलॉजी कहा जा रहा है। यह कठिन से कठिन सवालों का जवाब सिंपल तरीके से दे देता है। अभी तक चैपजीपीटी के हजारों किस्से आपने सुन रखे होंगे। यह कभी वकील बनकर किसी के काम आया है तो कभी स्टूडेंट बनकर एग्जाम भी दिया। अब चैटजीपीटी ने जो किया है, वह कमाल है। इस टूल ने सही समय पर सही बीमारी का पता लगाकर एक जिंदगी को बचाया है। आइए जानते हैं पूरा मामला..
जब डॉक्टर फेल हो गए तब काम आया ChatGPT
ट्विटर हैंडल @peakcooper से Cooper नाम के एक यूजर ने दावा किया है कि एआई चैटबॉट ChatGPT ने उसके डॉग की जिंदगी बचाई है। यूजर ने बताया कि जब वेटरनरी डॉक्टर फेल हो गए और उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि डॉग को कौन सी बीमारी है, तब AI टूल ने ब्लड कंडिशन को डायग्नोज किया और उसकी जान बचाई।
डॉक्टर ने मना किया तो एआई की हेल्प
यूजर का कहना है कि उसकी डॉग Sassy की जांच के बाद पता चला कि उसे टिक-बोर्न नाम की एक बीमारी है। डॉक्टरों ने उसका ट्रीटमेंट शुरू किया। शुरुआत में उसकी हेल्थ सुधर रही थी लेकिन कुछ दिन के इलाज के बाद उसकी तबीयत बिगड़ती ही चली गई। जब यूजर डॉगी को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचा तब बता चला कि वह गंभीर एनीमिया से भी पीड़ित है। इसके बाद डॉक्टर ने कुछ और जांच करवाने को कहा। हर टेस्ट करवाया लेकिन सभी निगेटिव ही आए। कॉपर लगातार वेटरनरी डॉक्टर की सलाह ले रहे थे लेकिन डॉक्टर को भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर Sassy को क्या हुआ है। तब उन्होंने कॉपर से उस पर नजर बनाए रखने को कहा और आगे के इलाज की जानकारी न होने की बात कही। डॉक्टर की ये बात कॉपर को दुखी कर गया।
एआई की समझदारी से बची जान
इसके बाद कॉपर ने GPT-4 की हेल्प ली और उसे Sassy की गंभीर बीमारी के बारे में पूरी जानकारी दी। इसके साथ ही ब्लड टेस्ट रिजल्ट भी दिया। जिसके बाद एआई चैटबॉट ने बताया कि वह कोई डॉक्टर नहीं है। हालांकि, वह हेल्प कर सकता है। चैटबॉट ने बताया कि सैसी के ब्लड सैंपल और लक्षण से पता चलता है कि उसे इम्यून मेडिएटेड हेमोलिटिक एनीमिया (IMHA) की बीमारी हो सकती है। इसके बाद कॉपर डॉगी को लेकर एक दूसरे वेटरनरी डॉक्टर के पास पहुंचे तब पता चला कि GPT-4 ने बीमारी बताई है वह सही है। इसके बाद सैसी का दोबारा से इलाज हुआ और अब वह पूरी तरह ठीक हो चुकी है। कॉपर का ट्वीट भी तेजी से वायरल हो रहा है।
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