सीएसी ने जो प्रतिबंध सुझाए हैं, उसे लागू करना ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स की जिम्मेदारी होगी। हालांकि, पैरेंट्स के पास कुछ प्रतिबंधों को खत्म करने का ऑप्शन भी होगा। युवाओं में मायोपिया और इंटरनेट की बढ़ती लत को देखते हुए ये गाइडलाइंस लाई गई हैं।
टेक डेस्क : आज बच्चों में स्मार्टफोन की लत तेजी से बढ़ रही है। छोटे-छोटे बच्चे दिनभर फोन लेकर बैठे रहते हैं। इससे उन्हें कई तरह की परेशानियां भी हो रही हैं। बच्चों में स्मार्टफोन की बढ़ती लत (Smartphone addiction in children) को छुड़ाने के लिए चीन (China) नया कानून लाने जा रहा है। चीन के साइबरस्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (CAC) ने बच्चों में स्मार्टफोन की लत से निपटने के लिए नया नियम सुझाए हैं। इसका प्रस्ताव भी भेज दिया गया है। CAC ने मांग की है कि स्मार्टफोन्स, टैबलेट्स और वॉच जैसे डिवाइसेज में माइनर मोड प्रोग्राम हो, जो 18 साल से कम उम्र के बच्चे रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक इंटरनेट एक्सेस को रेस्ट्रिक्ट करे।
सिर्फ दो घंटे फोन यूज कर पाएंगे बच्चे
चीन के लोग 2 सितंबर, 2023 तक CAC की इस ड्राफ्ट और गाइडलाइंस पर अपना फीडबैक दे सकते हैं। गाइडलाइन के अनुसार, डेली टाइम लिमिट 16 से 18 साल के बच्चों के लिए दो घंटे, 8 से 16 साल के बच्चों के लिए 8 घंटे और 8 साल से कम के बच्चों के लिए सिर्फ 8 मिनट ही होना चाहिए।
कौन लागू करेगा ये कानून
सीएसी ने जो प्रतिबंध सुझाए हैं, उसे लागू करना ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स की जिम्मेदारी होगी। हालांकि, पैरेंट्स के पास कुछ प्रतिबंधों को खत्म करने का ऑप्शन भी होगा। चीनी युवाओं में मायोपिया और इंटरनेट की बढ़ती लत को देखते हुए ये गाइडलाइंस लाई गई हैं।
नए नियम का क्या प्रभाव होगा
इन नए नियमों का सबसे बड़ा प्रभाव चीन के टेक इंडस्ट्री पर पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इंटरनेट कंपनियां नाबालिगों को अपनी सेवाओं का इस्तेमाल करने को पूरी तरह बैन भी कर सकती हैं। इन नियमों के प्रस्तावित होने से ही शेयर बाजार पर असर देखने को मिला है। Bilibili और Kuaishou जैसे चीनी टेक स्टॉक्स में 6.98 प्रतिशत और 3.53 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। चीन ने 2021 में नाबालिगों के लिए वीडियो गेम पर भी कुछ इसी तरह का कानून लगाया था।
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