अगर गूगल पर लगा आरोप साबित हो जाता है तो दिग्गज टेक कंपनी बड़ी मुसीबत में फंस सकती है। डेटा मामले को लेकर 8 अलग-अलग लोगों ने शिकायत की है। आरोप है कि यूजर्स के बिना ही उनके डेटा का इस्तेमाल हुआ है।
टेक डेस्क : दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी में से एक गूगल (Google) पर डेटा चोरी को लेकर एक बड़ा केस दर्ज करवाया गया है। आरोप है कि अपने AI मॉडल्स को बनाने में टेक कंपनी ने लाखों यूजर्स का डेटा चुराया है। मतलब बिना परमिशन डेटा का इस्तेमाल हुआ है। मंगलवार को क्लास एक्शन के तहत गूगल पर मुकदमा दायर किया गया है। इस मामले में कंपनी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला...
क्या गूगल ने यूजर्स का डेटा चुराया
अमेरिका के कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को की फेडरल कोर्ट में क्लार्कसन लॉ फर्म ने गूगल पर एक केस दायर किया है। 8 अलग-अलग लोगों ने शिकायत की है कि गूगल ने एआई को तैयार करने में लाखों यूजर्स का डेटा बिना उनकी मर्जी जाने इस्तेमाल किया है, जो पूरी तरह गलत है। बता दें कि क्लर्कसन फर्म ने ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI पर भी केस कर चुकी है।
क्या है गूगल पर आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्लार्कसन लॉ फर्म का आरोप है कि गूगल ने चोरी-छिपे लाखों अमेरिकियों का डेटा चुराया और उसका इस्तेमाल एआई सिस्टम बनाने में किया। दवा है कि करीब 5 बिलियन यूजर्स का डेटा पब्लिक डोमेन में यूज किया गया है।
गूगल का रिएक्शन
इधर, गूगल की तरफ से उस पर लगे आरोप को लेकर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, गूगल जनरल के एक ऑफिसर ने कहा कि कंपनी की तरफ से साफ कर दिया गया है कि गूगल अपने एआई मॉडल्स को तैयार करने में उसी डेटा का यूज करेगी, जो सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है। अमेरिकन लॉ सूट का यह दावा बेबुनियाद और निराधार है।
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