एक मीडिया रिपोर्ट में टीसीएस के हवाले से बताया गया है कि कंपनी अपने कैंपस में अच्छा माहौल फिर से बनाना चाहती है। वह चाहती है कि सभी कर्मचारी इस वाइब्रेंट ईकोसिस्टम का पार्ट बनकर कुछ नया करें।
टेक डेस्क : देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने उन रिपोर्ट का खंडन कर दिया है, जिनमें कहा गया है कि वर्क फ्रॉम ऑफिस पॉलिसी का पालन नहीं करने वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एक बयान में, टीसीएस के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी कर्मचारियों को हफ्ते में तीन दिन ऑफिस से ही काम करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। कैरियर या मुआवजे को लेकर किसी तरह की बात नहीं की गई है। बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि कंपनी की तरफ से कर्मचारियों को मेमो भेजा जा रहा है, जिसमें एक महीने में कम से कम 12 दिन ऑफिस न आने वाले कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई (Disciplinary Proceedings) की जाएगी।
कर्मचारियों को चेतावनी, TCS का रिएक्शन
एक मीडिया रिपोर्ट में टीसीएस के हवाले से बताया गया है कि कंपनी अपने कैंपस में अच्छा माहौल फिर से बनाना चाहती है। वह चाहती है कि सभी कर्मचारी इस वाइब्रेंट ईकोसिस्टम का पार्ट बनकर कुछ नया करें। पिछले दो साल में बड़ी संख्या में नए कर्मचारी टीसीएस का हिस्सा बने हैं। कंपनी चाहती है कि वे टीसीएस का सहयोग करने, सीखने, ग्रो करने और एक साथ काम करने का एक्सपीरिएंस करें।
कर्मचारियों को चेतावनी, TCS का रिएक्शन
एक मीडिया रिपोर्ट में टीसीएस के हवाले से बताया गया है कि कंपनी अपने कैंपस में अच्छा माहौल फिर से बनाना चाहती है। वह चाहती है कि सभी कर्मचारी इस वाइब्रेंट ईकोसिस्टम का पार्ट बनकर कुछ नया करें। पिछले दो साल में बड़ी संख्या में नए कर्मचारी टीसीएस का हिस्सा बने हैं। कंपनी चाहती है कि वे टीसीएस का सहयोग करने, सीखने, ग्रो करने और एक साथ काम करने का एक्सपीरिएंस करें।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में क्या था नियम
बता दें कि पिछले साल टीसीएस ने कहा था कि वह अपने एम्प्लॉइज को ऑफिस से दूर 100 प्रतिशत काम करने की अनुमति नहीं दे सकती है। कोविड महामारी का दौर खत्म होने के बाद कंपनी ने अपने कर्मचारियों को ईमेल भेजकर हाईब्रिड वर्क कल्चर फॉलो करने को कहा। कंपनी ने उन्हें हफ्ते में तीन दिन ऑफिस से काम करने के लिए कहा। इसको लेकर टीसीएस की तरफ से कहा गया था कि 25 परसेंट से ज्यादा कर्मचारियों को एक साथ ऑफिस में काम करने की जरूरत नहीं होगी।
हाइब्रिड मॉडल पर TCS का फोकस
पिछले साल कंपनी ने कहा था कि रोस्टरिंग प्रोजेक्ट को जरूरत के हिसाब से लागू किया जाएगा। फ्रेशर्स और एक्सपीरिएंस्ड प्रोफेशनल्स को ऑफिस बुलाया जाएगा। टीसीएस का कहना है कि यह प्रक्रिया कंपनी के सिक्योर बॉर्डरलेस वर्कस्पेस (SBWS) से ज्यादा हाइब्रिड मॉडल में फेज वाइज लागू किया जाएगा। जिसमें ज्यादातर कर्मचारियों को कुछ दिनों के लिए ऑफिस में काम करना होगा।
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