डॉक्टर्स के मुताबिक इंसानों की तरह एल्कोहॉल का जानवरों के शरीर के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। कोको भले ही शारीरिक रूप से स्वस्थ हो जाए पर उसे मानसिक रूप से स्वस्थ होने में काफी समय लग सकता है।
वायरल डेस्क. इंसान तो ठीक अब टेंशन में डॉग भी शराबी होने लगे हैं। दरअसल, इंग्लैंड के एक लैब्राडोर डॉग के शराबी होने का मामला सामने आया है। कोको (Coco) नाम का दो साल का यह डॉग अपने मालिक के साथ शराब पिया करता था और मालिक की मौत के बाद एल्कोहॉल विथड्रॉल के लक्षणों से पीड़ित हो गया है। कोको के मालिक की मौत के बाद उसे प्लायमाउथ शहर के एनिमल वेलफेयर ट्रस्ट में ले जाया गया है।
क्या है पूरा मामला?
प्लायमाउथ एनिमल ट्रस्ट के मुताबिक लैब्राडोर नस्ल का ये डॉग मालिक के मर जाने के बाद लावारिस पाया गया था। इस डॉग का मालिक खूब शराब पीता था और शराब पीते-पीते वहीं सो जाता था। उसका डॉग रोज उसकी बची हुई शराब पी जाता था, जिससे उसे भी शराब की लत लग गई। डॉक्टर्स ने बताया कि कोको के साथ एक और डॉग था जो शराब पिया करता था पर उसकी पहले ही मौत हो गई।
4 हफ्ते तक बेहोश रहा डॉग
एनिमल वेलफेयर ट्रस्ट ने मीडिया को बताया कि डॉग को एल्कोहॉल एडिक्टेड देखना अपने आप में अनोखा मामला है। कोको को मालिक की मौत के बाद अचानक एल्कोहॉल मिलना बंद हो गया था, जिसे उसे दौरे आने लगे थे और उसकी तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ने लगी थी। बचाव केंद्र में चिकित्सकों ने फिर कोको को बचाने के लिए 4 हफ्तों तक बेहोश रखा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोको को धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लाया जा रहा है। एल्कोहॉल से उसके शरीर पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। डॉक्टर्स की देखरेख में कोको अब सामान्य डॉग्स की तरह व्यवहार करने लगा है।
मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ा बुरा असर
डॉक्टर्स के मुताबिक इंसानों की तरह एल्कोहॉल का जानवरों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। कोको भले ही शारीरिक रूप से स्वस्थ हो जाए पर उसे मानसिक रूप से स्वस्थ होने में काफी समय लग सकता है। पशु चिकित्सकों की मानें तो इस डॉग को ठीक करने के लिए उसे अपने पसंदीदा वातावरण में वापस ले जाना होगा, ठीक वैसा ही वातावरण जैसा उसके मालिक के घर पर हुआ करता था। इसी तरह वह रिकवरी की प्रक्रिया से गुजर पाएगा।
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