भरतीय शहरों में बेंगलुरु का ट्रैफ़िक सबसे ज़्यादा बदनाम है। 'पीक बेंगलुरु' शब्द खुद ही इस शहर के भारी ट्रैफ़िक की कहानी कहता है। ट्रैफ़िक जाम अक्सर झगड़ों का कारण बनता है। खासकर जब लोग ट्रैफ़िक में फंसकर परेशान हो जाते हैं, तो उनका आपा खोना स्वाभाविक है। ऐसा ही एक वाकया कर्नाटक पोर्टफोलियो नाम के एक्स अकाउंट से शेयर किया गया, जिसने लोगों का ध्यान खींचा।
आठ लाख से ज़्यादा लोगों ने इस वीडियो को देखा और शेयर किया। कर्नाटक पोर्टफोलियो ने वीडियो शेयर करते हुए पूछा कि इस घटना में किसकी गलती है। वीडियो के साथ लिखा था, "बेंगलुरु में रोड रेज का एक और उदाहरण।" साथ ही, उन्होंने लिखा कि स्कूटी चलाने वाले को भीड़भाड़ वाली सड़क पर गाड़ी चलाने का तमीज़ नहीं है और उसकी लापरवाही से ही यह हादसा हुआ। लेकिन, i20 चलाने वाले के व्यवहार पर भी सवाल उठाए गए। अगर उनकी कार पर एक छोटी सी खरोंच लगने से उन्हें इतनी निराशा होती है, तो उन्हें सड़कों से दूर रहना चाहिए या फिर ऐसे मामलों से निपटने के दूसरे तरीके ढूंढने चाहिए। सड़क पर इस तरह का बर्ताव तनाव बढ़ाने के अलावा कुछ नहीं करता। यह सभी के लिए खतरा पैदा करता है। पोस्ट के आखिर में लिखा गया कि हमारी व्यस्त सड़कों पर सुरक्षित और सुचारु यात्रा के लिए धैर्य और शांति बहुत ज़रूरी है।
वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों ने अपने ऐसे ही अनुभव शेयर किए। बेंगलुरु पुलिस ने घटनास्थल के बारे में पूछा। एक यूजर ने लिखा, "एक छोटी सी खरोंच क्यों बर्दाश्त नहीं की जा सकती? मैं अभी आपकी कार पर खरोंच लगा दूं? रोड रेज गलत है, लेकिन सिर्फ़ तब जब सामने वाले की कोई गलती न हो। नहीं तो, किसी भी तरह से पैसे देने की ज़िम्मेदारी उनकी बनती है।" एक अन्य यूजर ने लिखा कि जब गाड़ी गैरेज जाती है, तो ऐसी छोटी-मोटी खरोंचें छोटी नहीं रहतीं। कुछ लोगों ने कहा कि कार मालिक की निराशा समझ में आती है, लेकिन उसका रवैया बहुत आक्रामक था।