11 साल कैद में रहने वाले गिनीज रिकॉर्ड धारी मगरमच्छ की हुई मौत, जानिए उससे जुड़ी रोमांचक कहानी

आप हम आपको गिनीज रिकॉर्ड धारी मगरमच्छ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी लंबाई 21 फीट थी. इसे दुनिया का सबसे बड़ा मगरमच्छ मना जाता है. इसकी मौत फंगल संक्रमण' और 'तनाव' के चलते हुई थी.

Asianet News Hindi | Published : Feb 18, 2022 8:01 AM IST / Updated: Feb 18 2022, 02:53 PM IST

ट्रेंडिंग डेक्स : क्या आपने पहले कभी सुना है कि किसी मगरमच्छ का नाम गिनीज बुक में दर्ज हुआ है।  अगर नहीं सुना है तो आपको हम आज बताने जा रहे हैं कि 10 साल पहले 2012 में ऐसा हुआ था और लोलोंग नामक मगरमच्छ ने अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज करवाया था। यह जलचर उस समय दुनिया का सबसे विशालकाय मगरमच्छ था। इस विशालकाय मगरमच्छ की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि इसकी मौत 'फंगल संक्रमण' और 'तनाव' के चलते हुई है। 

2011 से कैद में विशालकाय मगरमच्छ
बता दें कि यह मगरमच्छ 2011 से फिलीपींस के एक पार्क में कैद था, दरअसल, उसने एक स्कूली बच्ची और एक मछुआरे को खा लिया था, जिसके बाद से उसे एक पिंजरे में बंद कर दिया गया था। इसे दुनिया का सबसे बड़ा खारे पानी का मगरमच्छ भी कहा जाता है। कैद में बंद होने के एक साल बाद मगरमच्छ का नाम गिनीज बुक में दर्ज हुआ। इसकी लंबाई 21 फुट थी.

Latest Videos

ये भी पढ़ें- चुनावी शोर के बीच सोशल मीडिया पर छाई ये दुल्हन, दिखा बेहद बोल्ड और बेबाक अंदाज

इको-टूरिज्म पार्क का सितारा था मगरमच्छ
गौरतलब है कि मगरमच्छ पकड़ने के बाद उसे फिलीपींस के इको-टूरिज्म पार्क में बंद कर दिया गया था। इसके बाद से पार्क का सितारा बन गया था। उसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते थे।  लोगों को वह डायनासोर की भांति दिखाई पड़ता था. 

यह भी पढ़ें- Viral Video: पंडित जी की बोलती बंद! दुल्हे से पूछा- कितने वचन याद हैं? देखें क्या आया मजेदार जवाब

फंगल संक्रमण' और 'तनाव' के चलते हो सकती है मौत
बताया जा रहा है कि मगरमच्छ की मौत 'फंगल संक्रमण' और 'तनाव' के कारण हुई है। बुनावन के मेयर एडविन एलोर्डे ने कहा कि मगरमच्छ कई हफ्तों से बीमार चल रहा था। इसके अतिरिक्त वह पिछले महीने से खाना भी नहीं खा रहा था। इतना ही नहीं जब उसकी जांच की गई तो उसे मल में भी बदलाव देखने को मिला था। उसके पेट के असामान्य गुब्बारे को भी देखा गया था। वहीं स्थानीय पशु चिकित्सक एलेक्स कोलांटेस ने दावा किया कि बेमौसम ठंड के कारण लोलोंग के स्वास्थ्य में गिरावट आई। एलोर्डे ने कहा कि लोलोंग के शरीर को संरक्षित किया जा सकता है, जिसे लोग उसे देख सकें और आश्चर्यचकित हो सकें।

लोग बोले- संग्रहालय में रखा जाना चाहिए मगरमच्छ के अवशेष
मगरमच्छ की मौत पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं, एक व्यक्ति जो मगरमच्छ की मृत्यु के बाद उसे देखने गया था। उसने कहा कि कुछ साल पहले जब मैं यहां आया था तो हमने मगरमच्छ तो देखा था। उसको देखना रोमांचकारी था। वह डाइनासोर की भांति दिखाई पड़ता था। वहीं एक व्यक्ति ने कहा कि उसके अवशेष को संग्रहाल में रखा जाना चाहिए।

 

Share this article
click me!

Latest Videos

यूपी मदरसा कानून पर आ गया 'सुप्रीम' फैसला, लाखों छात्रों का जुड़ा था भविष्य । SC on UP Madarsa
Rahul Gandhi LIVE : तेलंगाना में जाति जनगणना पर राज्य स्तरीय परामर्श को सम्बोधन
Almora Bus Accident: मंजिल तक पहुंचने से पहले ही खत्म हुए सफर... जानें क्यों तनाव में था ड्राइवर
LIVE: प्रियंका गांधी ने तिरुवंबदी के कोडेनचेरी में सुखनेर सभा को संबोधित किया
LIVE: प्रियंका गांधी ने तिरुवंबदी के कोडेनचेरी में सुखनेर सभा को संबोधित किया