डॉन गोर्सके ऐसे शख्स का नाम है, जिसने बीते 50 साल में एक भी दिन मशहूर फूड चेन मैकडॉनल्ड का बिग मैक बर्गर खाना मिस नहीं किया। उनकी इसी तपस्या ने उन्हें गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का खिताब दिला दिया है।
नई दिल्ली। बर्गर खाना किसे पसंद नहीं होगा और खासकर मैकडॉनल्ड के बर्गर को कौन ना कहना चाहेगा। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी होंगे जो अलग-अलग वजहों से बर्गर नहीं खाते होंगे या पसंद नहीं करते होंगे, मगर इनकी संख्या काफी कम होगी। बहरहाल, आज हम बात करेंगे ऐसे शख्स की जिसे बर्गर खाना बेहद पसंद है। यह शख्स हर रोज बर्गर खाता है।
डॉन गोर्सके ऐसे शख्स का नाम है, जो बीते 50 साल से रोज बर्गर खाते हैं। इस बीच उन्होंने विभिन्न कारणों से सिर्फ 8 दिन इसे खाना मिस किया। यह सुनने-पढ़ने में अजीब लग सकता है, मगर है सौ प्रतिशत सच। हो भी क्यों न, रिकॉर्ड बनाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते। वह भी अगर मशहूर फूड चेन मैकडॉनल्ड का बर्गर खाना हो, तो लोग भले रिकॉर्ड न बने, मगर बर्गर तो खा ही लेंगे। लेकिन रिकॉर्ड अगर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हो, तो फिर उसके लिए यह बात सोने पे सुहागा टाइप होगी। तो आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
जवानी से बुढ़ापे तक खाया बिग मैक बर्गर
दरअसल, डॉन गोर्सके ने जवानी से बुढ़ापे तक सिर्फ बर्गर खाया और इस तरह अपना नाम उन्होंने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करा लिया। फूड चेन मैकडॉनल्ड का बर्गर डॉन को इतना पसंद था कि वे इसे रोज खाते थे। उन्होंने बीते 50 साल से करीब-करीब रोज मैकडॉनल्ड का बिग मैक बर्गर खाया। डॉन ने बीते 50 साल में 32 हजार 340 बिग मैक बर्गर खाए हैं। उनका यह रिकॉर्ड काउंटिंग के बेस पर अगस्त 2021 तक का है।
50 साल का सफर वहीं खत्म जहां से शुरू किया था
हालांकि, उनका नाम गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में करीब 20 साल पहले ही दर्ज हो गया था। वर्ष 1999 में उन्होंने 5 हजार 490 बिग मैक खाकर तब तक सबसे जयादा यह बर्गर खाने का रिकॉर्ड बनाया था। बीते 50 साल में गोर्सके ने सिर्फ आठ दिन बिना बर्गर के गुजारे हैं। वह हर रोज दो बर्गर खाते हैं। और हैरानी की बात यह है कि बिग मैक की 50वीं सालगिरह मनाने के लिए भी वे उसी रेस्त्रां में गए, जहां उन्होंने पहली बार 1972 में बर्गर खाने की शुरुआत की थी।
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