एक यूजर ने कहा, बोल्ड विज्ञापन। फेम को सलाम। बहुसंख्यक के खिलाफ जाकर विज्ञापन तैयार करने के लिए। मुझे इनका खुला विचार पसंद आया।
(तस्वीर- विज्ञापन का स्क्रिन शॉट है)
नई दिल्ली. करवा चौथ (Karwa Chauth 2021 ) पर फेम के एक विज्ञापन (Fem advertisement) को लेकर ट्विटर यूजर्स के बीच विवाद छिड़ गया है। दरअसल, विज्ञापन में सेम सेक्स कपल को दिखाया गया है, जो चांद देखकर करवा चौथ का व्रत तोड़ती हैं। विज्ञापन को देखने के बाद कई ट्विटर यूजर्स इसकी तारीफ कर रहे हैं तो कुछ आलोचना। कमेंट्स से पहले जान लेते हैं कि आखिर विज्ञापन में क्या-क्या दिखाया गया है।
विज्ञापन में क्या दिखाया गया है?
दरअसल, फेम के 1 मिनट 5 सेकंड के इस विज्ञापन में पहले दो महिलाएं दिखाई देती हैं। वे चेहरे का ग्ले बढ़ाने के लिए फेम लगाई हैं। कुछ देर में एक और महिला आती है जो दोनों को साड़ी और करवा चौथ का सामान देती हैं। फिर अगले सीन में दिखाया जाता है कि दोनों महिलाएं छत पर खड़ी चांद देख रही हैं। फिर दोनों एक दूसरे की तरफ मुड़ती हैं और पानी पीकर अपना व्रत तोड़ती हैं। विज्ञापन के आखिर में कहा जाता है, जब ऐसा हो निखार आपका तो दुनिया की सोच कैसे न बदले। दरअसल, इससे दुनिया की सोच कितनी बदली ये तो नहीं पता, लेकिन विज्ञापन पर बवाल मचा है। सेम सेक्स की वजह से। दो महिलाओं ने एक दूसरे के लिए करवा चौथ का व्रत रखा हुआ है।
विज्ञापन पर कैसी-कैसी प्रतिक्रिया आई?
विज्ञापन में दिखाया गया है कि दोनों महिलाएं एक दूसरे की लाइफ पार्टनर हैं। कई लोगों ने LGBTQ का समर्थन किया है। इसे समाज में आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण पहल करार दिया है, वहीं कुछ लोगों ने इसकी आलोचना की है। विज्ञापन पर निवेद नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया, मुझे ये विज्ञापन बहुत पसंद आया। एक अलग एंगल से इसे बनाया गया। लेकिन इसके लिए स्किन का फेयर होना जरूरी है क्या? यही बात एक अन्य यूजर ने लिखा। उन्होंने कहा, लव तो लव है, लेकिन क्या इसके लिए स्किन का फेयर होना जरूरी है।
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समलैंगिक करवाचौथ क्यों मनाएंगे?
एक अन्य यूजर ने कहा, बोल्ड विज्ञापन। फेम को सलाम। बहुसंख्यक के खिलाफ जाकर विज्ञापन तैयार करने के लिए। मुझे इनका खुला विचार पसंद आया। दुनिया को सच्चाई स्वीकार करनी चाहिए। एक यूजर ने कहा, एलजीबीटी हमारे समाज का हिस्सा हैं। उन्हें किसी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। यह उनकी च्वाइस और उनकी लाइफ है। अगर किसी को इस विज्ञापन से दिक्कत है तो वह डाबर के प्रोडक्ट का इस्तेमाल बंद कर दे। विक्रांत नाम के ट्विटर यूजर ने कहा, समलैंगिक जोड़े #करवाचौथ जैसा पितृसत्तात्मक इवेंट क्यों मनाएंगे? विज्ञापन की अवधारणा ही मौलिक रूप से गलत है। ऐसा लगता है कि डाबर/फेम का एकमात्र उद्देश्य उनके हिस्से की नाराजगी हासिल करना था।
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