इंग्लैंड में एक ऐसा किसान है जो खेतों में फल-सब्जी नहीं फर्नीचर उगाता है। ये कहानी नहीं हकीकत है। कुछ किस्म के पेड़ों पर यह कुर्सी और फर्नीचर उगाता है। जानें क्या है मामला…
ट्रेंडिंग। दुनिया आश्चर्य और हैरतअंगेज कारनामों से भरपूर है। यहां एक से बढ़कर एक हैरान करने वाली बातें देखने को मिलती है। ऐसी अजीबोगरीब बातें पता चलती हैं कि आदमी दातों तले उंगलियां दबा लें यहा फिर ऐसी बातें कि यकीन करने में भी कई बार सोचे। आज हम आपको एक ऐसे ‘किसान’ से मिलाएंगे जो खेतों में सब्जियां या फल नहीं कुर्सियां उगाता है।
खेत में उगी कुर्सियों की डिमांड कई देशों में
सुनकर चौंक गए ना! लेकिन ये सच है। ये कारनामा सच में किया जाता है। गैविन मुनरो नाम का व्यक्ति खेतों में कुर्सियां उगाते हैं। यह इंग्लैंड के डर्बीशायर डील्स का रहने वाला है। इस अजीबोगरीब खेती में उसका समय और मेहनत दोनों काफी अधिक लगती है लेकिन मुनाफा इतना होता है कि सुनने वालों को भी ऐसा ही बिजनेस करने का मन कर जाए। उसकी उगाई कुर्सियों की डिमांड कई देशों तक में होती है। खेत में उगी इन कुर्सियों की कीमत अफोर्ड कर पाना भी सबके बस की बात नहीं।
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खास पेड़ों पर उगाई जाती हैं कुर्सियां
लकड़ियों की कुर्सियों को उगाने की कला के बारे में बात करें तो जिन कुर्सियो को गैविन लकड़ी काटकर बनाते हैं उसे सीधे पेड़ पर उगाते हैं। यह पेड़ों पर फल की तरह लटकती दिखती है। इसके लिए गैविन वीलो नाम के खास पेड़ का प्रयोग करता है। वीलो पेड़ की टहनियां काफी लचीली होती हैं।
इसी तरह ओक, ऐश और सिकामोर जैसे मजबूत बेलों वाले पेड़ का प्रयोग भी फर्नीचर उगाने के लिए किया जाता है। पेड़ की बेलों को कुर्सियों का रूप देने के लिए गैविन लोहे के फ्रेम का प्रय़ोग करते हैं। इन फ्रेम्स के अंदर लकड़ी की कुर्सी को फिट करके उगाया जाता है। हर 5 साल में पेड़ की कटाई होती है ताकि कुर्सियों का शेप न बिगड़े।
एक कुर्सी की कीमत 6 से 7 लाख रुपये
गैविन के इस व्यवसाय में उनकी पत्नी एलिस भी बराबर का सहयोग करती हैं। कुर्सियां उगने में समय लगता है कि इसलिए अगर किसी को कुर्सियां खरीदनी होती हैं तो कम से कम 7 साल पहले ही उनको ऑर्डर दे दिया जाता है। 5-6 साल में कुर्सियां मिल जाती हैं। एक कुर्सी की कीमत 6 से 7 लाख रुपये होती है।