यह एस्टेरॉइड पहली बार 2 फरवरी को पहली बार अंतरिक्ष में नजर आया था। फिलहाल ये पृथ्वी से एक करोड़ 80 लाख किलोमीटर दूर है।
वायरल डेस्क. अंतिरक्ष में हर पल रहस्यमयी घटनाएं घटती रहती हैं जिसपर स्पेस एजेंसियां और अंतरिक्ष वैज्ञानिक नजर बनाए रखते हैं। वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ही एस्टेरॉइड को देखा है जो आने वाले वक्त में पृथ्वी से टकरा सकता है और इससे भयानक तबाही भी हो सकती है। साइंटिस्ट्स ने दावा किया कि आज से 23 साल बाद 2046 में ये एस्टेरॉइड धरती के बेहद करीब होगा और ऐसी स्थिति काफी खतरनाक होती है।
एस्टेराॅइड के लेकर वैज्ञानिकों के दो मत
NASA के मुताबिक फिलहाल इस ऐस्टरॉइड के धरती से टकराने की संभावना बहुत कम है, हालांकि इसे कम खतरनाक नहीं माना जा सकता। नासा के मुताबिक इसके धरती से टकराने की संभावना 560 में से एक है। वहीं यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि पृथ्वी से इसके टकराने की संभावना 625 में से एक है। वहीं अंतरिक्ष में कई बदलाव की वजह से ये संभावना घट या बढ़ भी सकती है। इस ऐस्टरॉइड को 2023 DW नाम दिया गया है।
रिस्क लिस्ट में सबसे आगे है ये एस्टेरॉइड
भले ही धरती से इस एस्टेरॉइड के टकराने की संभावना कम है पर कई कारणों से नासा ने अपनी रिस्क लिस्ट में इसे नंबर एक पर रखा है। इसके कई कारण हैं, पहला तो ये कि यह 25 किमी प्रति सेकंड की रफ्तार से चल रहा है और इसका साइज 50 मीटर (तकरीबन 150 फीट) से ज्यादा है। सबसे बड़ी बात यह है कि नासा की अंतरिक्ष में घूम रही चीजों की रिस्क लिस्ट में ये इसलिए भी एक नंबर पर है क्योंकि इसकी पृथ्वी से टकराने की संभावना शून्य से ज्यादा है।
नहीं किया जा सकता नजरअंदाज
यह एस्टेरॉइड पहली बार 2 फरवरी को अंतरिक्ष में नजर आया था। फिलहाल ये पृथ्वी से 1 करोड़ 80 लाख किलोमीटर दूर है। वहीं आने वाले समय में जब ये पृथ्वी के सबसे करीब होगा तब इसकी दूरी लगभग 10 लाख 80 हजार किलोमीटर होगी। वैज्ञानिक गणना कर रहे हैं कि इस दूरी पर रहते हुए इसपर पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का कितना असर होगा। कई वैज्ञानिकों ने कहा है कि फिलहाल ऐसा लगता है कि इससे पृथ्वी को कोई खास खतरा नहीं है पर इसका मतलब यह नहीं कि खतरों को नजरअंदाज कर दिया जाए। क्योंकि इतना बड़ा एस्टेरॉइड पृथ्वी से टकराकर कई छोटे शहरों में तबाही मचाने के लिए काफी है।