इस्लाम धर्म में मान्यता है कि इसी पवित्र महीने में मोहम्मद पैगम्बर को कुरान प्राप्त हुई थी और तभी से इस्लाम को मानने वालों के लिए कुरान एक अमूल्य खजाना है।
रमजान के पाक महीने की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस दौरान मुस्लिम धर्म को मानने वाला हर शख्स कुरान को कम से कम एक बार पूरा पढ़ने की कोशिश करता है। इस पवित्र महीने में पवित्र कुरान को लोग इसलिए भी पूरा पढ़ना चाहते हैं क्योंकि इस्लाम धर्म में माना जाता है कि अल्लाह ने रमजान के महीने में ही कुरान को इंसानियत को सही रास्ता दिखाने और सही राह पर चलने के लिए भेजा था।
रमजान में ही पैगम्बर को मिली थी कुरान
आवाज द वॉइस (ATV) की रिपोर्ट के मुताबिक इस्लाम धर्म में मान्यता है कि इसी पवित्र महीने में मोहम्मद पैगम्बर को कुरान प्राप्त हुई थी और तभी से इस्लाम को मानने वालों के लिए कुरान एक ऐसा अमूल्य खजाना है जो अच्छा मुसलमान बनकर जीने का तरीका बताती है।
हजारों महीनों से बेहतर अल कद्र की रात
इस्लाम में माना जाता है कि अल्लाह ने इस पाक महीने में लैलात अल-क़द्र बनाया है, जिसे एक हजार महीनों से बेहतर कहा गया। इसमें कहा गया कि अल-कद्र की रात एक हजार महीनों से बेहतर है, जिसमें फरिश्ते और रूह जमीन पर उतरती हैं।
दुआ और प्रार्थना में बिताते हैं ये रात
माना जाता है लैलत-उल-कद्र रमजान की सबसे खास रात होती है। ये रात हजारों रातों से ज्यादा ताकतवर होती है और इसी वजह से इस्लाम मानने वाले इस रात सबसे ज्यादा प्रार्थना, ध्यान और दुआ करते हैं। ज्यादातर लोग अपने पिछले गुनाहों की माफी भी मांगते हैं, जिससे इससे पापों से मुक्ति मिलती है।