यूक्रेन की छोरी पर आया रूसी छोरे का दिल, दोनों ने भारत में हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

रूस के युवक का यूक्रेनी युवती पर दिल आ गया। दोनों में प्रेम बढ़ा और फिर शादी का फैसला किया। शादी के बंधन में बंधे मगर हिंदू रीति-रिवाज से और वह भी हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित एक आश्रम में। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 4, 2022 1:26 PM IST / Updated: Aug 04 2022, 07:51 PM IST

धर्मशाला। एक तरफ बीते करीब पांच महीने से रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़ी हुई है, जिसमें हजारों लोग मारे और लाखों बेघर हो गए। वहीं, दूसरी ओर एक रूसी युवक ने यूक्रेन की युवती से शादी की है। यह शादी इसलिए भी खास है, क्योंकि हिंदू रीति-रिवाजों के तहत यह भारत में हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में संपन्न हुई। यह शादी सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रही है और इसे जिद्द और नफरत के खिलाफ प्रेम पर विजय का प्रतीक बताया जा रहा है। 

रूस और यूक्रेन के बीच जंग कोई नई बात नहीं है। यह 2014 से चली आ रही है और माना जा रहा है कि इस संघर्ष का हाल-फिलहाल में अंत होता नहीं दिख रहा। लेकिन इस रूसी और यूक्रेनी प्रेमी-प्रेमिका को इस बात से कोई मतलब नहीं कि दोनों देशों के बीच संबंध कैसे हैं और दोनों देशों के मुखिया आपस में कैसे संबंध निभाते हैं। 

 

 

इस रूसी युवक का नाम सर्गेई नोविकोव है, जबकि यूक्रेनी युवती का नाम एलोना ब्रामोका है। दोनों ने बीते मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में खरोता के पास स्थित दिव्य आश्रम में हिंदू परंपरा से शादी कर ली। इस शादी से दोनों ने यह साबित किया कि प्यार वास्तव में सभी सीमाओं से परे हैं और कोई मतभेद या मनभेद इस पर रोक नहीं लगा सकता। विवाह समारोह में स्थानीय लोग भी शामिल हुए और मंगल गीत के साथ-साथ हिमाचली लोकगीत के बीच पूरी परंपरा और रस्में निभाई गईं। 

हिंदू धर्म के तहत विवाह पंडित रमन शर्मा ने कराया विवाह 
मठ के एक पुजारी ने बताया कि पंडित रमन शर्मा ने दोनों का विवाह संपन्न कराया यह हिंदू रीति-रिवाजों के तहत हुआ और सनाधन धर्म के महत्व के बारे में उन्हें बताया गया। इस दौरान दूल्हा और दुल्हन ने हिंदू परंपरा के तहत सभी रस्में पूरी की और फेरे लिए। दूल्हें ने शेरवानी पहनी थी, जबकि दुल्हन ने साड़ी। सर्गेई मूल रूप से रूसी हैं, मगर वह इजराइल में रह रहे हैं। 

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