George Floyd की हत्या को रिकॉर्ड करने वाली लड़की Darnella Frazier को Pulitzer Prize में स्पेशल कैटेगरी में अवार्ड दिया गया। बोर्ड ने फ्रेजियर की जमकर तारीफ की।
पुलित्जर पुरस्कार आमतौर पर पत्रकारिता में विशेष योगदान के लिए दिया जाता है, लेकिन इस साल ज्यूरी ने पुलित्जर के अलावा एक स्पेशल अवार्ड की घोषणा की। अमेरिका के मिनेपोलिस में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या को रिकॉर्ड करने वाली 17 साल की लड़की डार्नेला फ्रेजियर को ये पुरस्कार दिया गया।
मिनियापोलिस के स्टार ट्रिब्यून ने 25 मई 2020 को कवरेज के लिए ब्रेकिंग न्यूज कैटेगरी में पुलित्जर पुरस्कार जीता। फ्लॉयड की हत्या के बाद पूरे शहर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। मिनियापोलिस की पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन ने जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन जमीन पर दबा दी थी। कुछ देर बाद दम घुंटने से उसकी मौत हो गई।
कोर्ट में भी वीडियो बना था सबूत
जॉर्ज की मौत का वीडियो कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश किया गया था। फोरेंसिक जांच में साबित हुआ कि वीडियो उसी दिन का और उसी व्यक्ति का है।
पुलित्जर बोर्ड ने तारीफ की
पुलित्जर बोर्ड ने पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा, 17 साल की फ्रेजियर ने जॉर्ज की हत्या का वीडियो बनाकर बहादुरी की मिसाल पेश की है। वीडियो के जरिए हम जान पाए कि पुलिस क्या तरीके अपनाती है। फ्रेजियर की वजह से ही दुनिया का ध्यान इस मुद्दे पर गया।
1917 में हुई थी पुलित्जर की शुरुआत
पत्रकारिता में पुलित्जर पुरस्कार पहली बार 1917 में दिए गए थे। इसे संयुक्त राज्य अमेरिका में इस क्षेत्र का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है।रंपरिक रूप से मई में कोलंबिया विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले पुरस्कार लंच को भी स्थगित कर दिया गया है।