बाबा विश्वनाथ को पहली पगड़ी अर्पित करते हैं मोहम्मद गयासुद्दीन, इनकी दिली इच्छा- मोदी और योगी एक बार पहने मेरी बनाई 'अकबरी पगड़ी'

काशी के लालापुर में रहने वाले गयासुद्दीन एटीवी से कहते हैं कि बाबा विश्वनाथ के लिए पगड़ी बनाना उनकी जिम्मेदारी और फर्क की बात है।

Piyush Singh Rajput | Published : Mar 15, 2023 11:44 AM IST / Updated: Mar 15 2023, 05:39 PM IST

वायरल डेस्क. बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में गंगा जमुनी तहजीब की ऐसी मिसाल देखने को मिलती है कि आप हैरान रह जाएंगे। यहां रहने वाला गयासुद्दीन परिवार पीढ़ियों से बाबा विश्वनाथ के लिए अलग-अलग प्रकार की पगड़ी बना रहा है। फागुन की एकादशी में बाबा विश्वानाथ को जो पगड़ी पहनाई जाती है वो खुद इस परिवार के मोहम्मद गयासुद्दीन बनाते हैं। गयासुद्दीन कहते हैं कि उनकी दिली इच्छा है कि पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनकी बनाई हुई 'अकबरी पगड़ी' एक बार जरूर पहनें।

बाबा विश्वनाथ को अर्पित करते हैं पहली पगड़ी

आवाज द वॉइस (ATV) की रिपोर्ट के मुताबिक मो. गयासुद्दीन ही एक मात्र ऐसे शख्स हैं जो चित्रों में दिखने वाली पुराने दौर की 'अकबरी पगड़ी' को बना सकते हैं। सबसे खास बात यह है कि बाबा विश्वनाथ की नगरी में गयासुद्दीन परिवार का भी काफी नाम हो रहा है। उनकी 5 गज कपड़े से बनाई गई पहली पगड़ी सबसे पहले बाबा विश्वनाथ के मंदिर भेजी जाती है।

250 वर्ष ये काम कर रहा गयासुद्दीन परिवार

गंगा के तट पर फागुन महीने की एकादशी पर विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव को पगड़ी चढ़ाई जाने की रस्म की जाती है। इसके बाद भगवान शिव की सवारी निकाली जाती है, जिसमें वे पगड़ी पहनकर मां पार्वती को लेने के लिए जाते हैं। प्राचीन काल से भगवान शिव को पगड़ी पहनाई जाती है। वहीं पिछले 250 वर्ष से गयासुद्दीन परिवार कई पीढ़ियों के साथ भोलेनाथ की पगड़ी तैयार करने का काम करता आ रहा है। गयासुद्दीन बताते हैं कि बाबा विश्वनाथ की पगड़ी बनाते समय साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है और वे इसके लिए कोई शुल्क भी नहीं लेते हैं।

मुस्लिमों के दिल में भी एक खास जगह

एटीवी की रिपोर्ट मुतबाकि यूं तो काशी हिंदुओं के सबसे बड़े और पवित्र तीर्थ स्थल में से एक है पर यहां मुस्लिम समाज की कई बड़ी हस्तियों ने भी काफी समय बिताया है। यहां मुस्लिमों के दिल में भी बाबा विश्वनाथ के लिए एक खास जगह है। यहां प्रख्यात शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान भी मंदिर में ही रियाज किया करते थे।

भगवान के लिए पगड़ी बनाना फर्क की बात

काशी के लालापुर में रहने वाले गयासुद्दीन एटीवी से कहते हैं कि बाबा विश्वनाथ के लिए पगड़ी बनाना उनकी जिम्मेदारी और फर्क की बात है। वे इसके अलावा कई आयोजनों के लिए भी पगड़ी बनाकर बेचते हैं। वे बताते हैं कि जन्माष्टमी के समय भगवान कृष्ण के लिए भी पगड़ी बनाते हैं। मोहम्मद गयासुद्दीन बताते हैं कि भगवान शिव को पहनाई जाने वाली पगड़ी बेहद खास होती है। इसमें रेशम का कपड़ा, नगीने, दफ्ती, जरी, मोती आद लगे होते हैं।

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