Angarak Chaturthi 2022: आज 3 शुभ योग में करें मंगल दोष के आसान उपाय, नहीं होगा आपका अमंगल

Published : Apr 05, 2022, 08:25 AM IST
Angarak Chaturthi 2022: आज 3 शुभ योग में करें मंगल दोष के आसान उपाय, नहीं होगा आपका अमंगल

सार

आज (5 अप्रैल) चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। ये चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) का चौथा दिन है। ये तिथि मंगलवार होने से और भी खास हो गई है क्योंकि जिस मंगलवार को चतुर्थी तिथि का योग बनता है, उसे अंगारक चतुर्थी (Angarak Chaturthi 2022) कहते हैं।

उज्जैन. अंगारक चतुर्थी पर भगवान श्रीगणेश के साथ-साथ मंगलदेव की पूजा भी की जाती है। ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष है वे लोग यदि इस दिन कुछ खास उपाय करें तो इस दोष में कमी आ सकती है। इस बार अंगारक चतुर्थी पर ग्रह-नक्षत्रों के चलते कई शुभ योग भी बन रहे हैं, जिसके चलते ये दिन और भी शुभ योग हो गया है। आगे जानिए 5 अप्रैल को कौन-कौन से शुभ योग बन रहे हैं और इस दिन कौन-से उपाय कर सकते हैं…

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में 2 हजार फीट ऊंचे पहाड़ पर है ये देवी प्राचीन मंदिर, इससे जुड़ी है एक अनोखी प्रेम कहानी

अंगारक चतुर्थी पर बन रहे हैं ये 3 शुभ योग
5 अप्रैल, मंगलवार को सूर्योदय कृत्तिका नक्षत्र में होगा, जो शाम 04:52 तक रहेगा। इसके बाद रेवती नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। मंगलवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने से गद और उसके बाद रेवती नक्षत्र होने से मातंग नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि नाम के एक अन्य शुभ योग शाम 4 बजे तक रहेगा। इन 3 शुभ योगों में अंगारक चतुर्थी का महत्व और भी बढ़ गया है।

ये भी पढ़ें- 5 अप्रैल को अंगारक चतुर्थी का योग, ये उपाय और पूजा करने से दूर हो सकती हैं आपकी परेशानियां

मंगल दोष के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए ये उपाय करें
1.
अंगारक चतुर्थी पर हनुमानजी की पूजा करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। संभव को हो तो चमेली के तेल और सिंदूर मिलाकर चोला भी चढ़ाएं। इससे मंगल से संबंधित दोष दूर हो सकते हैं।
2. मंगल दोष दूर करने के लिए अंगारक चतुर्थी पर मंगल से संबंधित मंत्रों का जाप करें। जाप के लिए लाल चंदन की माला का उपयोग करें। ये काम करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह अवश्य लें।
3. अंगारक चतुर्थी पर घर में मंगल यंत्र की स्थापना भी आप कर सकते हैं। इसके बाद प्रतिदिन इस यंत्र की पूजा विधि-विधान से करें। इससे भी आपकी परेशानियां कम हो सकती हैं।
4. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मसूर की दाल मंगल से संबंधित है। इसलिए अंगारक चतुर्थी पर लाल मसूर की दाल नदी में प्रवाहित करें या किसी ब्राह्मण को दान करें।

 

ये भी पढ़ें 

Chaitra Navratri 2022: 10 अप्रैल से पहले करें राशि अनुसार ये आसान उपाय, खुल सकते हैं किस्मत के दरवाजे


Chaitra Navratri 2022: चैत्र नवरात्रि के दौरान भूलकर भी न करें ये 4 काम, हो सकता है कुछ अशुभ

2 अप्रैल से शुरू होगा विक्रम संवत् 2079, कौन हैं इस वर्ष का राजा और मंत्री, किस ग्रह को मिला है कौन-सा पद?

Chaitra Navratri: झांसी के महाकाली मंदिर में कन्या रूप में होती है देवी की पूजा, 1687 में हुआ था इसका निर्माण

PREV

Recommended Stories

Aaj Ka Panchang 7 दिसंबर 2025: 2 ग्रह बदलेंगे राशि, बनेंगे 4 शुभ योग, जानें राहुकाल का समय
Unique Temple: इस त्रिशूल में छिपे हैं अनेक रहस्य, इसके आगे वैज्ञानिक भी फेल, जानें कहां है ये?