
उज्जैन. अंगारक चतुर्थी पर भगवान श्रीगणेश के साथ-साथ मंगलदेव की पूजा भी की जाती है। ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष है वे लोग यदि इस दिन कुछ खास उपाय करें तो इस दोष में कमी आ सकती है। इस बार अंगारक चतुर्थी पर ग्रह-नक्षत्रों के चलते कई शुभ योग भी बन रहे हैं, जिसके चलते ये दिन और भी शुभ योग हो गया है। आगे जानिए 5 अप्रैल को कौन-कौन से शुभ योग बन रहे हैं और इस दिन कौन-से उपाय कर सकते हैं…
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अंगारक चतुर्थी पर बन रहे हैं ये 3 शुभ योग
5 अप्रैल, मंगलवार को सूर्योदय कृत्तिका नक्षत्र में होगा, जो शाम 04:52 तक रहेगा। इसके बाद रेवती नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। मंगलवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने से गद और उसके बाद रेवती नक्षत्र होने से मातंग नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि नाम के एक अन्य शुभ योग शाम 4 बजे तक रहेगा। इन 3 शुभ योगों में अंगारक चतुर्थी का महत्व और भी बढ़ गया है।
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मंगल दोष के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए ये उपाय करें
1. अंगारक चतुर्थी पर हनुमानजी की पूजा करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। संभव को हो तो चमेली के तेल और सिंदूर मिलाकर चोला भी चढ़ाएं। इससे मंगल से संबंधित दोष दूर हो सकते हैं।
2. मंगल दोष दूर करने के लिए अंगारक चतुर्थी पर मंगल से संबंधित मंत्रों का जाप करें। जाप के लिए लाल चंदन की माला का उपयोग करें। ये काम करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह अवश्य लें।
3. अंगारक चतुर्थी पर घर में मंगल यंत्र की स्थापना भी आप कर सकते हैं। इसके बाद प्रतिदिन इस यंत्र की पूजा विधि-विधान से करें। इससे भी आपकी परेशानियां कम हो सकती हैं।
4. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मसूर की दाल मंगल से संबंधित है। इसलिए अंगारक चतुर्थी पर लाल मसूर की दाल नदी में प्रवाहित करें या किसी ब्राह्मण को दान करें।
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