पैसों की कमी से परेशान हैं तो अपनी तिजोरी में रखें ये खास फूल, बनी रहेगी बरकत

ज्योतिष शास्त्र में धन लाभ के कई उपाय बताए गए हैं। इनमें से कुछ उपाय बहुत कठिन हैं तो कुछ उपाय बहुत ही आसान हैं। धन लाभ के कुछ उपायों में फल, फूल आदि वनस्पति का उपयोग भी किया जाता है।

उज्जैन. अपराजिता का फूल भी धन लाभ के उपायों में उपयोग किया जाता है। ये फूल दिखने में नीले रंग का होता है। अपराजिता के पौधे को विष्णुकांता, गोकर्णी आदि नामों से भी जाना जाता है। यह फूल भगवान विष्णु को अति प्रिय है, वहीं इसका रंग नीला होने से ये फूल शनिदेव को भी विशेष रूप से चढ़ाया जाता है। अपराजिता के पौधे और फूल का उपयोग कई ज्योतिषी उपायों में किया जाता है। आज हम आपको अपराजिता के कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में बता रहे हैं, जो बहुत आसान हैं…

धन लाभ के लिए उपाय
अपराजिता के फूल दिखने में भले ही साधारण लगे, लेकिन इसके उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल देने वाले होते हैं। धन लाभ के लिए किसी शुक्रवार को अपराजिता का एक फूल तोड़कर पहले इसे साफ पानी से धोएं और थोड़ी देर के लिए इसे देवी लक्ष्मी के चरणों में रखे दें। बाद में इसे अपनी तिजोरी या लॉकर में रख दें। इससे आपके घर की बरकत बनी रहेगी। अगले शुक्रवार को पुराना फूल नदी में प्रवाहित कर दें और दूसरा फूल तिजोरी में रख दें।

मनोकामना पूर्ति के लिए उपाय
अपराजिता के फूल के उपाय से आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है। इसके लिए आपको अपराजिता के फूलों की माला बनाकर एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु को अर्पित करनी हैं। साथ ही अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए भगवान से प्रार्थना भी करें। कुछ हि दिनों में आपकी रुके हुए काम पूरे हो जाएंगे और मनोकामना भी पूरी हो जाएगी।

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शनि दोष को कम करने का उपाय 

भगवान शनि की पूजा में नीले और काले रंग के फूल मुख्य रूप से चढ़ाए जाते हैं। अपराजिता का फूल भी नीला होता है, इसलिए इसे शनिदेव को चढ़ाने से शनि दोष का असर कम होता है। जिन लोगों पर शनि की ढय्या और साढ़ेसाती का असर हो, उन्हें हर शनिवार शनिदेव की पूजा करने के बाद अपराजिता का फूल शनिदेव को चढ़ाना चाहिए। इससे इनकी परेशानियां कम हो सकती हैं।

इस दिन लगाएं अपराजिता का पौधा
शुभ फल पाने के लिए घर में अपराजिता का पौधा लगाना चाहिए। ये पौधा गुरुवार या शनिवार को लगाएं तो और भी बेहतर रहेगा। गुरुवार भगवान विष्णु को समर्पित है और शनिवार शनिदेव को। घर में अपराजिता का पौधा होने से हर तरह का दोष दूर होता है और सुख-समृद्धि बनी रहती है।

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