सपा नेता और रामपुर विधायक आजम खान को हेट स्पीच देने के मामले में अदालत ने तीन साल की सजा सुनाई है। आजम खान अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। वह अपने जिगरी दोस्त नेताजी पर भी तंज कसने से नहीं चूके थे।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर विधायक आजम खान को हेट स्पीच मामले में तीन साल की सजा सुनाई गई है। बता दें कि रामपुर की MP-MLA कोर्ट ने आजम खान द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों को हेट स्पीच माना है। आजम खान सपा के मुखर नेताओं में एक हैं। विधानसभा हो या लोकसभा उनका तंजभरा अंदाज हमेशा लोगों को भाया है। इतना ही नहीं आजम खान ने अपने जिगरी दोस्त मुलायम सिंह यादव को भी नहीं बख्शा था। बता दें कि वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कहे गए शब्दों को लेकर उन्हें अदालत ने तीन साल की सजा सुनाई है। लेकिन इसके अलावा आजम खान द्वारा कई चर्चित बयान दिए गए हैं। सबसे पहले उनके हाल ही के चर्चित बयान से शुरूआत करते हैं।
नेताजी पर भी आजम खान ने कसा था तंज
जब राजधानी लखनऊ के शहीद पथ पर खुले लुलु मॉल में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद चल रहा था तो इस पर आजम खान साहब से सवाल पूछा गया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि 'अमा हमने टिल्लू देखा ना लुलु देखा। आज तक हम मॉल ही नहीं गए। जो लोग जाते हैं उनसे ये सवाल पूछिए। इसके बाद उन्होंने लुलु मॉल के नाम पर कहा कि लुलु लोलो, टीलु टीलो। ये भी कोई बात हुई। इसके अलावा उन्होंने अपने जिगरी दोस्त मुलायम सिंह यादव पर भी तंज कसा था। ये बात तब की जब कल्याण सिंह के सपा में शामिल होने की चर्चाएं जोरों पर थीं। तब आजम खान ने खासा नाराज हो गए थ। उस दौरान वर्ष 2009 में उन्होंने सपा छोड़ते हुए नेताजी पर तंज कसते हुए कहा था कि मुलायम सिंह यादव सफेद धोती के नीचे खाकी निक्कर पहनते हैं।
भारत माता को बताया था डायन
इसके बाद वर्ष 2015 में आजम खान ने एक विवादित बयान दिया था। जिसमें उन्होंने भारत माता को डायन कहा था। उन्होंने कहा था कि मैं आज भी इस बयान पर कायम रहूंगा। जो मां अपने बच्चों के खून की प्यासी हो वह मां नहीं हो सकती है। वहीं वर्ष 2015 में बदांयू में दुष्कर्म पीड़िता मामले पर बयान देते हुए आजम खान ने कहा था कि पीड़िता को बदनामी की शिकायत से उसे शोहरत तो मिल जाएगी। लेकिन पीड़िता दुनिया को क्या मुंह दिखाएगी। इसके बाद जून 2017 में सेना पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि दहशत-गर्द फौज के प्राइवेट पार्ट्स काटकर साथ ले गए। उन्हें सिर से शिकायत नहीं थी, पैर से शिकायत नहीं थी, हाथ से भी शिकायत नहीं थी। शरीर के जिस हिस्से से शिकायत थी वह उसे काटकर ले गए।
कारगिल युद्ध पर भी दे चुकें हैं विवादित बयान
आगे आजम खान ने कहा कि यह इतना बड़ा संदेश है जिस पर पूरे हिंदुस्तान को शर्मिंदा होना चाहिए। साथ ही ये भी सोचना चाहिये कि हम दुनिया को क्या मुंह दिखाएंगे। बता दें कि वर्ष 2015 में यूपी के दादर में गोमांस रखने के शक में इकलाख नाम के शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद आजम खान ने गौभक्तों को चुनौती देते हुए कहा था कि हर सच्चा गोभक्त आज के बाद किसी होटल के मेन्यू में बीफ की कीमत न लिखने दें। उन्होंने कहा था कि सभी फाइवर स्टार होटलों की उसी तरह ईंट से ईंट बजा दें, जैसे बाबरी मस्जिद की बजाई गई थी। बता दें कि कारगिल युद्ध पर भी विवादित बयान दिया था। जिस पर चुनाव आयोग ने भी संज्ञान लिया था। आजम खान ने मुस्लिम सैनिकों द्वारा कारगिल युद्ध जीते जाने की बात कही थी।
अफसरों से जूता साफ करवाने के मामले ने पकड़ा था तूल
आजम खान से जब सवाल किया गया कि वह योगी आदित्यनाथ के गढ़ में हैं तो क्या वह प्यार-मोहब्बत से अपने बीच की तल्खी को कम करने की कोशिश करेंगे। जिस उन्होंने कहा कि पहले योगी आदित्यनाथ शादी करेंगे। इसके बाद वह मोहब्बत करना भी सीख जाएंगे। एक बार जब आजम खान की गाड़ी को चारों तरफ से भीड़ घेरकर खड़ी थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि सब डटे रहो। किसी कलेक्टर-पलेक्टर से डरने की जरूरत नहीं है। ये सारे अफसर तनखैया हैं। कैसे बड़े-बड़े अफसर रुमाल निकालकर जूते साफ करते रहे हैं। अल्लाह ने चाहा तो इन्हीं अफसरों से जूते साफ कराउंगा... इंशा अल्लाह। इसके बाद साल 2019 में आजम खान ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि हमें तुम्हारा गम नहीं है। कातिलों के हाथ देश की लगाम नहीं सौंपनी है। एक हत्यारे के हाथों देश को नहीं सौंपना है। मुजफ्फरनगर का बदला बटन दबाकर लेना है।