देश में फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। शनिवार को यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना के 2 केस पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया। वहीं 11 संदिग्ध मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में आइसोलेट किया गया है। शनिवार को 22 साल के युवक के कोरोना पॉजिटिव पाने जाने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। उसे किंग जॉर्ज मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। अब राजधानी में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या दो हो गई है।
लखनऊ(Uttar Pradesh ). देश में फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। शनिवार को यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना के 2 केस पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया। वहीं 11 संदिग्ध मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में आइसोलेट किया गया है। शनिवार को 22 साल के युवक के कोरोना पॉजिटिव पाने जाने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। उसे किंग जॉर्ज मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। अब राजधानी में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या दो हो गई है।
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए राजधानी लखनऊ में सभी अस्पतालों में आइसोलेट वार्ड बनाया गया है। शनिवार को लखनऊ के सिविल हॉस्पिटल में सर्दी-जुकाम से पीड़ित युवक को इलाज के लिए भर्ती किया गया था। उसे कोरोना से संदिग्ध मानते हुए डॉक्टरों ने उसकी जांच के लिए नमूने किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा था। जहां जांच में पॉजिटिव पाने जाने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया। उसे तुरंत KGMU के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है।
कनाडा में रहने वाली महिला से हुआ संक्रमण
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने बताया कि यह युवक कनाडा में रहने वाली महिला का रिश्तेदार है और उसके संपर्क में आने के कारण ही वह भी संक्रमित हुआ है। डॉ हिमांशु के अनुसार इससे पहले कनाडा के टोरंटो में रहने वाली 35 वर्षीय महिला डॉक्टर 11 मार्च को कोरोना के लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती हुई थी। वह आठ मार्च को अपने पति के साथ लखनऊ अपने रिश्तेदारों से मिलने आयी थी। हांलाकि जांच में उसके पति में कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं होने पर उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।
आइसोलेट किये गए संदिग्धों पर रखी जा रही नजर
राजधानी लखनऊ में 11 से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस से संदिग्ध मानकर विभिन्न जगहों पर आइसोलेट किया गया। वहीं सिविल अस्पताल, बलरामपुर अस्पताल, राम मनोहर लोहिया संस्थान के चिकित्सकों को ड्यूटी पर लगाया गया है, जो आइसोलेट किए गए संदिग्धों पर नजर रख रहे है।