ये 15 शख्स फर्जीवाड़ा कर बन रहे थे पुलिस, इस मशीन से खुला राज, बताए किस तरह से किए थे डील

एसपी क्राइम के मुताबिक पकड़े गए अभ्यर्थियों में सबने व्यक्तिगत रिश्तेदारों या करीबियों से डील की थी। किसी ने 50 हजार तो किसी ने तीन लाख रुपये में परीक्षा पास कराने की डील की थी।

Ankur Shukla | Published : Jan 8, 2020 4:44 AM IST

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) । प्रारंभिक परीक्षा में अपनी जगह पैसे देकर दूसरों को बैठाने वाले 15 अभ्यर्थियों को फिजिकल और सत्यापन के दौरान पकड़ लिया गया है। वहीं, अब गिरफ्तार किए गए अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा देने वाले युवकों को भी पकड़ने के लिए पुलिस दबिश दे रही है।

इस तरह किए थे डील
एसपी क्राइम आशुतोष मिश्र के मुताबिक पकड़े गए अभ्यर्थियों में सबने व्यक्तिगत रिश्तेदारों या करीबियों से डील की थी। किसी ने 50 हजार तो किसी ने तीन लाख रुपये में परीक्षा पास कराने की डील की थी। इसमें कोई रैकेट नहीं शामिल है। 

ये हैं फर्जीवाड़ा करने वाले अभ्यर्थी
प्रयागराज के अर्जुन सरोज, ज्ञानचंद्र सरोज, संतोष कुमार, राकेश कुमार, अमित कुमार, मनोज भारतीय, अजय कुमार, मानिकचंद्र, धर्मराज, प्रतापगढ़ के आशीष कुमार, संजीत कुमार, संतोष कुमार, सुनील कुमार और रमेश हैं। जिनके खिलाफ कर्नलगंज थाने में केस लिखा गया है। 

ऐसे खुला राज
एसपी क्राइम ने बताया कि पुलिस-पीएसी में सिपाहियों की भर्ती के लिए जोन में 8070 अभ्यर्थियों का फिजिकल टेस्ट और सत्यापन होना है। सोमवार को पुलिस लाइन में बचे 734 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। इनमें 32 ही आए। इनमें 16 पास हुए, एक फेल हो गया, जबकि बायोमीट्रिक सत्यापन में मैच नहीं होने पर 15 अभ्यर्थियों को पकड़ लिया गया। जिन्होंने कुबूला कि उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा में अपनी जगह दूसरों को परीक्षा में बैठाया था। 

Share this article
click me!