मरने वाले बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं। वहीं, बीमार मजदूरों को इलाज के लिए जेएन मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है। हालांकि, स्थानीय लोगों का आरोप है कि अभी भी सरकारी शराब के ठेकों पर देशी शराब के पुराने स्टॉक बेचे जा रहे हैं।
अलीगढ़ (Uttar Pradesh) । जहरीली शराब पीने से बुधवार देर रात 20 लोगों की हालत खराब हो गई। इनमें पति-पत्नी सहित चार लोगों की गुरुवार को मौत हो गई। वहीं, पुलिस का दावा है कि इन सभी मजदूरों ने जवा थाना क्षेत्र के पर्थला गांव की एक नहर में पड़ी पेटियों से निकालकर शराब पी थी। जिससे उनकी तबियत खराब हो गई। इस नहर से बड़ी संख्या में जहरीली शराब की अवैध पेटियां बरामद की गई हैं। बता दें कि जिले में अब तक जहरीली शराब पीने से 99 लोग जान गंवा चुके हैं। जिसके बाद पुलिस जिले में व्यापक पैमाने पर छापेमारी कर रही है, जिससे शराब माफियाओं में हडकंप मचा हुआ है।
बिहार के हैं सभी मरने वाले
मरने वाले बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं। वहीं, बीमार मजदूरों को इलाज के लिए जेएन मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है। हालांकि, स्थानीय लोगों का आरोप है कि अभी भी सरकारी शराब के ठेकों पर देशी शराब के पुराने स्टॉक बेचे जा रहे हैं।
एसपी सिटी ने किया दावा
एसपी सिटी कुलदीप सिंह के मुताबिक जहरीली शराब कांड के बाद से पुलिस और प्रशासन की टीमें लगातार अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर रही हैं। इससे डरकर लोग अवैध शराब की पेटियां अलग-अलग जगहों पर फेंक रहे हैं। गांव के लोगों ने ही पुलिस को सूचना दी कि यहां बड़ी मात्रा में शराब की पेटियां हैं। इसे पीने से ईंट भट्टे पर काम करने वाले कई मजदूरों की तबीयत बिगड़ गई है।
(फाइल फोटो)