राज्य आयुष मिशन के एमडी राजकमल यादव ने कहा कि अब प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को भी उनके जिले में प्रशिक्षित आयुर्वेद, होम्योपैथ और यूनानी डॉक्टरों के साथ अन्य सहयोगी प्रशिक्षित स्टाफ की सूची उपलब्ध करा दी गई है। डीएम आवश्यकता के मुताबिक इन सभी डॉक्टरों को जंग में लगा सकेंगे।
लखनऊ (Uttar Pradesh) । कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए एक और निर्णय लिया गया। इस महामारी से जंग लड़ने के लिए 6 हजार आयुष डॉक्टरों को भी मैदान में उतार दिया है। स्वास्थ्य और आयुष मंत्रालय के विशेषज्ञों ने इन आयुर्वेद, होम्योपैथ और यूनानी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रदान की गई है। यह ट्रेनिंग प्रमुख सचिव आयुष की निगरानी में हुई। इस ट्रेनिंग के दौरान इन डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को कोराना वायरस के इंफेक्शन से बचाव व रोकथाम के साथ कोरेंटाइन सुविधा, प्रबंधन और अन्य आवश्यक प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण दिया है।
सभी डीएम को भेडी गई सूची
राज्य आयुष मिशन के एमडी राजकमल यादव ने कहा कि अब प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को भी उनके जिले में प्रशिक्षित आयुर्वेद, होम्योपैथ और यूनानी डॉक्टरों के साथ अन्य सहयोगी प्रशिक्षित स्टाफ की सूची उपलब्ध करा दी गई है। इसके माध्यम से सभी जिलाधिकारी आवश्यकता के मुताबिक इन सभी डॉक्टरों और सहयोगी स्टाफ की ड्यूटी कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में लगा सकेंगे।
पहले कर चुके हैं ये कार्य
राज्य आयुष मिशन के एमडी राजकमल यादव ने कहा कि यूपी के इन डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को हाउस होल्ड सर्वे, डेटा कलेक्शन, सामुदायिक जागरूकता संबंधी कार्यो में लगाया जा चुका है। पैरामेडिकल स्टाफ को ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रदान की गई है। यह ट्रेनिंग प्रमुख सचिव आयुष की निगरानी में हुई। इस ट्रेनिंग के दौरान इन डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को कोराना वायरस के इंफेक्शन से बचाव व रोकथाम के साथ कोरेंटाइन सुविधा, प्रबंधन और अन्य आवश्यक प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण दिया है।
(प्रतीकात्मक फोटो)