रिश्तेदारों ने सोचा था कि एक दिन और रुककर 25 मार्च को घर निकलेंगे, लेकिन 24 मार्च की रात्रि में लॉकडाउन लागू होने से सभी रिश्तेदार फंस गए। इधर रिश्तेदारों को खाना खिलाना भी भारी पड़ने लगा और बजट की हालत खस्ता हो गई। गांववालों ने उसकी तकलीफ को एसडीएम तक पहुंचाई। जिस पर उन्होंने सभी बारातियों के भोजन का प्रबंध किया।
मीरजापुर ( Uttar Pradesh) । घर में तीन शादियों का आयोजन करना एक परिवार को बहुत भारी पड़ गया, क्योंकि शादियों के संपन्न होने के अगले ही दिन देशभर में लॉकडाउन हो गया, जिसके कारण बिहार से आई एक बारात फंस गई। हालत यह हुई कि शादी में आए 95 मेहमानों को खाना खिलाने के लिए भी परिवार वालों को पुलिस की मदद लेनी पड़ी। हालांकि उच्चाधिकारियों से अनुमति मिलने पर 38वें दिन दो बसों से सभी को बिहार भेजा। यह मामला मड़िहान थाना क्षेत्र के पटेहरा बहरछठ गांव का है।
यह है पूरा मामला
मड़िहान थाना क्षेत्र के पटेहरा बहरछठ गांव निवासी मुस्तफा उर्फ धुनिया मास्टर के परिवार में एक युवक और दो युवतियों की शादी थी। लड़के का निकाह 18 मार्च तो दोनों लड़कियों का 22 एवं 23 मार्च को था। शादी में शरीक होने के लिए बिहार से 95 की संख्या में मेहमान जुटे थे। इस बीच 24 तारीख की आधीरात से लॉकडाउन हो गया। आवागमन के साधन बंद होने से उनके सामने जाने की और बुलाने वाले के सामने दो वक्त के भोजन कराने की समस्या खड़ी हो गई।
दो बसों से रवाना हुए लोग
रिश्तेदारों ने सोचा था कि एक दिन और रुककर 25 मार्च को घर निकलेंगे, लेकिन 24 मार्च की रात्रि में लॉकडाउन लागू होने से सभी रिश्तेदार फंस गए। इधर रिश्तेदारों को खाना खिलाना भी मुस्तफा को भारी पड़ने लगा और बजट की हालत खस्ता हो गई। गांववालों ने उसकी तकलीफ को एसडीएम मड़िहान तक पहुंचाई। जिस पर उन्होंने सभी बारातियों के भोजन का प्रबंध किया। एसडीएम मड़िहान विमल कुमार दुबे ने शुक्रवार को दो बसों से सभी को बिहार भेजवाया।