यूपी में एक ओर जहां रोजाना कहीं न कहीं रेप और गैंगरेप की घटना हो रही है। वहीं, रेप के दोषी ने बुधवार को सजा के डर से फांसी लगाकर जान दे दी। मामले में कोर्ट पहले ही आरोप तय कर चुकी थी। 8 दिन बाद यानी 12 दिसंबर को कोर्ट सजा सुनाने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही दोषी ने मौत को गले लगा लिया।
लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश). यूपी में एक ओर जहां रोजाना कहीं न कहीं रेप और गैंगरेप की घटना हो रही है। वहीं, रेप के दोषी ने बुधवार को सजा के डर से फांसी लगाकर जान दे दी। मामले में कोर्ट पहले ही आरोप तय कर चुकी थी। 8 दिन बाद यानी 12 दिसंबर को कोर्ट सजा सुनाने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही दोषी ने मौत को गले लगा लिया। मृतक के परिजनों के अनुसार, शख्स दोषी करार देने के बाद से परेशान था।
दोषी ने 2 साल पहले नाबालिग से किया था रेप
मामला मैलानी थाना क्षेत्र के बांकेगंज का है। यहां करीब दो साल पहले संतोष कुमार पर गांव की नाबालिग ने पाॅस्को एक्ट के तहत रेप का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वर्तमान में संतोष जमानत पर जेल से बाहर था। मामला कोर्ट में चल रहा था।
दोषी ने फांसी लगाने के पीछे बताई ये वजह
संतोष के परिजनों ने बताया, कोर्ट में मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है। संतोष पर दोष भी तय हो चुके हैं। 12 दिसंबर को कोर्ट सजा सुनाने वाला था। इसको लेकर संतोष काफी परेशान था। उसके भतीजे लालजी राठौर ने कहा- केस को लेकर तनाव तो था ही, पीड़िता के परिजन दो लाख की डिमांड भी कर रहे थे। कहते थे कि दो लाख दे दो, केस वापस ले लेंगे। जिसके बाद उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।