RBI में नौकरी मिलने के बाद युवती ने 15 साल बाद दर्ज कराया मुकदमा, दिल्ली से लखनऊ पहुंचा केस

यूपी की राजधानी लखनऊ में दिल्ली से छेड़छाड़ का मुकदमा स्थानांतिरत हुआ है। इस घटना के समय महज 13 साल की पीड़िता थी, लेकिन अब आरबीआई बैंक में अधिकारी बनने के बाद 15 साल बाद केस किया है क्योंकि वह अपने साथ हुए हादसे को भुला ही नहीं पा रही थी। 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिल्ली से छेड़छाड़ का मुकदमा स्थानांतरित हुआ है। दरअसल दिल्ली निवासी आरबीआई ऑफिसर युवती ने अपने एक रिश्तेदार के खिलाफ 15 साल बाद छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया है। इस घटना के वक्त महज 13 साल की थी। जांच के बाद मामला दिल्ली से लखनऊ के गाजीपुर थाने में स्थानांतरित कर दिया गया है। पीड़िता का कहना है कि उस समय उसके परिवार ने मामला टाल दिया था, लेकिन यह घटना उसके लिए किसी सदमे से कम नहीं थी। पढ़ाई पूरी कर नौकरी मिलने पर उसने अपने मन की सुनी और मामला दर्ज कराया। 

बच्चों के साथ खेलने के दौरान हुई थी छेड़छाड़
जानकारी के अनुसार आरबीआई ऑफिसर युवती ने अपने एक रिश्तेदार कृष्ण कुमार के खिलाफ 15 साल बाद छेड़छाड़ का मुकदमा पंजाबी बाग थाने में दर्ज कराया है। पीड़िता के अनुसार साल 2007 में उसका परिवार लखनऊ में ही रहता था। वह नानी के घर छुट्टी मनाने आई थी और बच्चों के साथ खेलने के समय रिश्तेदार कृष्ण कुमार आए और उससे छेड़छाड़ शुरू कर दी। उसकी हरकत का विरोध करने के बाद उसने आपबीती अपनी मां को बताई। लेकिन इसकी जानकारी पर कृष्ण कुमार की पत्नी ने घटना को ही नकार दिया। 

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तीन साल बाद परिवार शिफ्ट हुआ दिल्ली
पीड़िता ने बताया कि करीब तीन साल बाद उसका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। कुछ सालों बाद रिश्तेदार पत्नी साथ दिल्ली आए और उससे फिर अभद्रता की। उस समय भी रिश्तेदार की पत्नी ने उसकी मां से कहा था कि अपनी बेटी को संभालो, वही कृष्ण के करीब जाने की कोशिश कर रही है। इससे परिवार चेत गया और रिश्तेदार को घर आने से मना कर दिया गया। उसके बाद कृष्ण कुमार ने चिढ़कर कई बार यवुती को मैसेज किया लेकिन उसने उस पर ध्यान नहीं दिया। बचपन में हुई छेड़छाड़ से युवती के अंदर इतना डर आ गया कि वह किसी भी पुरुष मित्र से बात करने में भी डरने लगी। 

घटना को भुला नहीं पा रही थी युवती
युवती ने बताया कि पढ़ाई पूरी करने के बाद आरबीआई बैंक में नौकरी मिल गई लेकिन वह इस घटना को भूल नहीं पा रही थी। 15 साल बाद 2022 में दिल्ली के पंजाबी बाग थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इस मामले की जांच के बाद लखनऊ के गाजीपुर थाने में स्थानांतरित कर दिया गया। एसएसआई वीके शुक्ला के अनुसार यह मुकदमा बृहस्पतिवार को ही दिल्ली से स्थानांतरित होकर आया है। मामले की गंभीरता से जांच होगी और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

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