शुक्रवार को यूपी के विभिन्न जिलों में अग्निपथ योजना को लेकर हुए बवाल के बाद शनिवार को फिर से प्रदर्शन करने की योजना थी। लेकिन शहर में पुलिस की मुस्तैदी की वजह से योजना के खिलाफ प्रदर्शन नहीं हो सका। भारी फोर्स की वजह से बवाल टल गया।
बदायूं: सेना में भर्ती के लिये केन्द्र सरकार की नयी योजना अग्निपथ के विरोध में उत्तर प्रदेश के बदायूं में शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने उपद्रव करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी के कारण विरोध हिंसक रूप नहीं ले पाया। प्रदर्शनकारियों की भीड़ शनिवार को सुबह बदायूं रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर धरना प्रदर्शन करने की कोशिश की किंतु अफसरों की मुस्तैदी और भारी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और आरपीएफ की तैनाती की वजह से हिंसक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे।
अफसरों ने युवाओं को समझाकर किया वापस
प्रदर्शन करने आए युवाओं से आला अफसरों ने ज्ञापन लेकर समझा-बुझाकर वापस भेज दिया। बदायूं के वरष्ठि पुलिस अधीक्षक डॉ ओपी सिंह ने बताया कि गोपनीय सूचना मिली थी कि कुछ लोग अग्निपथ योजना के विरोध में रेलवे स्टेशन पर धरना प्रदर्शन करने आ रहे हैं। सूचना पर तत्काल ही भारी संख्या में पीएसी, आरपीएफ और कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई। डॉ सिंह ने बताया कि बदायूं के जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों के साथ वह स्वयं रेलवे स्टेशन परिसर में ही मौजूद हैं।
एसएसपी ने प्रदर्शनकारियों को दी चेतावनी
पुलिस अधीक्षक डॉ ओपी सिंह ने आगे बताया कि सुबह लगभग सौ प्रदर्शनकारी रेलवे स्टेशन पर आए थे। जिनसे ज्ञापन लेकर व उनको समझा-बुझाकर वापस भेज दिया गया है। इसके बाद कुछ और लोग दोबारा इकट्ठे होकर आये। उनको भी समझा बुझाकर भेज दिया गया है। एसएसपी ने चेतावनी दी कि अब अगर कोई भी हिंसक प्रदर्शन करेगा तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया की रेलवे स्टेशन परिसर और उसके आसपास तलाशी और चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। बिना टिकट और बिना वजह खड़े होने वाले लोगों को वहां से हटा दिया गया है। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। डॉ सिंह ने भरोसा दिलाया कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं होने दी जाएगी।