आगरा: बुर्का और हिजाब वाली छात्राओं पर आरोप लगा, फूट-फूटकर रोने वाली महिला प्रिंसिपल की सच्चाई आई सामने

यूपी के आगरा कैंट स्थित जॉय हैरिस गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या ममता दीक्षित द्वारा लगाए शिक्षिकाओं और छात्राओं पर लगाए गए सभी आरोप निराधार निकले हैं। डीआईओएस ने बताया कि प्रधानाचार्या और सिक्षिकाओं के बीच आपसी विवाद पाया गया है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 2, 2022 7:16 AM IST

आगरा: उत्तर प्रदेश के जिले आगरा कैंट में स्थित जॉय हैरिस गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या ममता दीक्षित ने हाल ही में सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर अपना दर्द बयां किया था। उनका कहना था कि हिंदू प्रधानाचार्या होने के नाते उनको प्रताड़ित किया जा रहा है। अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद मामले की जांच शुरू की गई। जिला विद्यालय निरीक्षक और अपर नगर मजिस्ट्रेट द्वारा की गई इस जांच में प्रधानाचार्या द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई दम नहीं मिला। 

जानिए क्या था पूरा मामला
बताया जा रहा है कि जांच के दौरान शिक्षिकाओं और प्रधानाचार्य के आपसी मतभेद और वरिष्ठता का विवाद पाया गया है। प्रधानाचार्या ममता दीक्षित ने एक वीडियो बनाई थी। जिसमें वह कह रही थीं कि स्कूल में मुस्लिम शिक्षक और छात्राएं हैं। वहीं हिंदू होने के चलते उनको प्रताड़ित किया जा रहा है। छात्राओं को भड़काकर उनके खिलाफ नारेबाजी करवाई जा रही है और स्कूल की समुदाय विशेष की छात्राओं ने उनके खिलाफ गुट बना लिया है। ममता दीक्षित का कहना था कि शिक्षिकाएं ड्रेस कोड का पालन न करते हुए हिजाब-बुर्का पहनकर कॉलेज आती हैं। 

जांच में किसी भी आरोप की नहीं हुई पुष्टि
उनके द्वारा लगाए गए आरोपों का वीडियो वायरल होने के बाद एसीएम प्रथम दिव्या सिंह, डीआईओएस मनोज कुमार और कैंट से भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश भी स्कूल पहुंचे थे। वहीं प्रशासन और डीआईओएस ने भी मामले की विस्तृत जानकारी ली थी। अपर नगर मजिस्ट्रेट चतुर्थ दिव्या सिंह और सह जिला विद्यालय निरीक्षक पीके मौर्य ने स्कूल पहुंच कर मामले की जांच की थी। इस दौरान शिक्षिकाओं और छात्राओं से भी पूछताछ की गई और कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी देखी गई।

प्रधानाचार्या द्वारा लगाए गए सभी आरोप निकले निराधार
जांच के दौरान किसी भी शिक्षिका ने प्रधानाचार्या ममता दीक्षित द्वारा लगाए गए आरोपों पर सहमति नहीं जताई है। साथ ही फुटेज चेक करने के दौरान भी ऐसा कोई दृश्य नहीं दिखाई दिया है। डीआईओएस ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानाचार्या द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान शिक्षिकाओं और प्रधानाचार्या के बीच आपसी मतभेद और वरिष्ठता का विवाद पाया गया है। वहीं मामले की रिपोर्ट डीएम और एसएसपी को भेज दी गई है। 

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