यूपी के आगरा में दो महीने पहले एक युवक लापता हुआ था। उसकी लाश दिल्ली में मिली, कोई शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया। इस बात का पता युवक के माता-पिता को दो महीने बाद चला जिसको सुनते ही वह बेसुध हो गए।
आगरा: उत्तर प्रदेश की ताजनगरी के सिंकदार की रंगोली कॉलोनी के रहने वाले बीएसएनएल के सेवानिवृत्त कर्मचारी के घर में कोहराम मचा हुआ है। उनके बेटे की मौत से पूरा परिवार टूट गया है। वहीं पिता के दिल में एक ही दर्द है कि पुलिस सुन लेती तो आखरी बार तो बेटे का चेहरा देखने को मिल जाता। सिर्फ उनकी लापरवाही की वजह से बेटे की अर्थी को कंधा भी नहीं दे सके। अब कार्रवाई का नाटक कर रहे हैं, पहले कोई कदम उठा लिया होता तो शायद बेटा जिंदा होता। पिता का आरोप है कि बेटे की हत्या की गई है। पुलिस को कई नाम और नंबर भी दिए पर दो महीने में अब तक कोई सुनवाई नहीं की गई।
घर से निकलने के बाद बेटे ने निकाले थे ढाई लाख रुपए
शहर के रंगोली कॉलोनी में रहने वाले बीएसएनएल के सेवानिवृत्त कर्मचारी देवदत्त शर्मा का बेटा जितेंद्र शर्मा बीए का छात्रा है। वह 22 अगस्त को घर से निकला था और उसके बाद लापता हो गया था। फिर अगले ही दिन उसका शव दिल्ली में मिला था। वहां युवक की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने लावारिस समझकर अंतिम संस्कार कर दिया। इस बात का पता परिवार को दो महीने बाद पता चला जिसे सुनकर माता-पिता बेसुध हो गए। मृतक के पिता का कहना है कि घर से जाने के बाद बेटे ने एक घंटे के बाद ही ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थिति केनरा बैंक के खाते से ढाई लाख रुपए निकले थे। इतना ही नहीं उसने लॉकर भी चेक किया था और ढाई सौ ग्राम सोने के जेवरात ले गया था। पिता ने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और फिर पुलिस से तलाश करने के लिए गुहार लगाई थी।
मोबाइल में मिले नंबरों के आधार पर पुलिस कर रही जांच
पिता देवदत्त का आरोप है कि विवेचक ने सुनवाई नहीं की वो सिर्फ खानापूर्ति करते रहे। उन्होंने खुद ही राजा मंडी रेलवे स्टेशन और दिल्ली के अजमेरी गेट रेलवे स्टेशन के फुटेज निकलवाए। इसमें बेटा नजर आया था और उसके साथ युवक भी नजर आया। पुलिस से शिकायत की मगर कोई एक्शन नहीं लिया गया। पिता की मांग यही है कि बेटे की हत्या करने वाले जल्द से जल्द पकड़े जाने चाहिए। बेटे के मोबाइल से कई नंबर मिले हैं और इन्हीं के आधार पर पूछताछ की जा रही है। फुटेज में जिंतेद्र का साथ जो युवक दिख रहा है, उसकी पहचान भी की जा रही है। इतना ही नहीं उसके मोबइल से दिल्ली की एक युवती का नंबर मिला है तो उससे भी पूछताछ होनी चाहिए।
युवक ने ढाई साल में निकालने ढाई लाख रुपए
मृतक ने ढाई साल के अंदर करीब ढाई लाख रुपए खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर किए थे और सभी का रिकॉर्ड भी उनके पास है। इस आधार पर भी पुलिस जांच कर सकती है। मृतक के पिता का कहना है कि उनके बेटे के साथ जो कुछ हुआ वह किसी और के साथ नहीं होना चाहिए। आरोपी खुलेआम घूम रहा हैं तो उसकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए। वहीं मां का हाल बेहाल है, उनके आंसू नहीं रूक रहे हैं। वह सबसे हाथ जोड़कर बस एक ही बात कह रही है कि मेरे बेटे को एक बार कोई दिखा दे। आखरी बार तो उसका चेहरा वह देख लेती। युवक की मौत के बाद से घर में रिश्तेदारों का तांता लगा हुआ है। साथ ही पुलिस के प्रति लोगों के अंदर खूब गुस्सा है।