आगरा में मौत के मॉक ड्रिल के बाद पारस हॉस्पिटल की सील को हटा दिया गया है। इसके बाद जल्द ही पारस हॉस्पिटल का संचालन एक बार फिर से शुरू हो सकेगा।
आगरा: कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पारस हॉस्पिटल खूब चर्चाओं में रहा था। यहां मौत का मॉक ड्रिल हुआ था। उस दौरान सील किए गए इस हॉस्पिटल को अब शासन के आदेश पर हटा दिया गया है। दरअसल कोरोना काल के दौरान भगवान टॉकीज के पास में स्थित श्री पारस हॉस्पिटल के संचालक का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में संचालक डॉ अरिंजय जैन ने मौत के मॉक ड्रिल के दौरान 22 मरीजों के छंट जाने की बात कही थी। इस वीडियो से सामने आने के बाद जमकर हंगामा भी हुआ था।
अचानक ही सील मुक्त हुआ हॉस्पिटल
उस दौरान हंगामे के मद्देनजर तत्कालीन डीएम प्रभु एन सिंह ने हॉस्पिटल को सीज करवा दिया था। मामले को लेकर संचालक डॉ अरिंजय जैन के खिलाफ थाना न्यू आगरा में भी मामला दर्ज हुआ था। इस पूरे मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग की कमेटी जांच भी कर रही थी। जिन लोगों की मौत उस दौरान हुई थी उनके परिजनों ने हॉस्पिटल पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद ही अचानक हॉस्पिटल को सील मुक्त करते हुए लाइसेंस को बहाल कर दिया गया है।
हॉस्पिटल को क्लिन चिट मिलने के बाद लोगों में नाराजगी
शासनादेश की प्रतिलिपि अरोपी रहे हॉस्पिटल संचालक डॉ अरिंजय जैन, सीएमओ और आगरा के न्यू आगरा थाना पुलिस को भेजी। अचानक हॉस्पिटल को क्लिन चिट मिलने के बाद लोग भी आश्चर्यचकित हैं। सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर तमाम गंभीर आरोपों के बावजूद किन परिस्थितियों में हॉस्पिटल को क्लीन चिट दी गई। इसको लेकर जनपद में चर्चाओं का बाजार पूरी तरह से गरम है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार हॉस्पिटल संचालक डॉ अरिंजय जैन ने भी इस आदेश के मिलने की बात को स्वीकार किया। उनका कहना है कि जल्द ही हॉस्पिटल का संचालन शुरू करवाएंगे। वहीं इस बीच उन परिजनों ने जबरदस्त नाराजगी है जिन्होंने अपनों को कोरोना काल के दौरान हॉस्पिटल की लापरवाही से खो दिया था।
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