अखाड़ा परिषद ने PM-CM को लिखा पत्र, कहा- खोल दिए जाएं मंदिर; WHO की गाइडलाइन का करेंगे पालन

अखाड़ा परिषद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह व यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मंदिरों को खोलने का आदेश देने की अपील की है

Asianet News Hindi | Published : May 9, 2020 8:33 AM IST

प्रयागराज(Uttar Pradesh). देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लॉकडाउन किया गया है। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए सभी धार्मिक स्थलों को बंद करने के भी आदेश दिए गए हैं। महीने भर से अधिक समय बीतने के बाद अब अखाड़ा परिषद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह व यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मंदिरों को खोलने का आदेश देने की अपील की है। अखाड़ा परिषद ने पत्र लिखकर कहा है कि अब धीरे-धीरे कोरोना का प्रकोप कम हो रहा है इसलिए मंदिरों के कपाट खोलने का आदेश दिया जाए।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी और महामंत्री महंत हरी गिरी ने पीएम के साथ ही मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रकोप धीरे-धीरे कम हो रहा है, लिहाजा मठ और मंदिरों के भी ताले खुलवाए जाएं । अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने लंबे इंतजार के बाद मंदिरों के ताले खुलवाने के लिए राज्य एवं केंद्र सरकार को पत्र लिखा है और मांग की है कि निर्धारित गाइडलाइन के तहत देवालयों के ताले खुलवाए जाएं। साथ ही वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग एवं सैनिटाइजेशन का  प्रबंध मठ और मंदिर के प्रबंध तंत्र के जरिए कराया जाए।

WHO की गाइडलाइन फॉलो करने का दिया भरोसा 
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने पत्र में कहा है - डेढ़ माह से देश भर में सभी छोटे बड़े मठ-मंदिरों के द्वार बंद हैं। हालांकि परिसर में भगवान का पूजन पुजारी नियमित कर रहे हैं। कोरोना महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहसपूर्ण निर्णय लिया है। इससे महामारी का संकट अब कम हो रहा है। ऐसे में हम मठ और मंदिर में दर्शन पूजन के दौरान कोरोना से बचाव के लिए केंद्र सरकार और डब्लूएचओ के निर्देशों का पूरी तरह से पालन भी करेंगे।

कर्मचारियों के वेतन देने में आ रही कठिनाई 
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा कि कोरोना को लेकर पिछले डेढ़ माह से देश में लॉकडाउन है और लगभग दो माह से मंदिरों के कपाट बंद हैं। ऐसे में मंदिरों में पुजारियों और अन्य कर्मचारियों के वेतन देने में भी बहुत कठिनाई आ रही है। उन्होंने कहा है मंदिर खुलने से लोग यदि मंदिर में दर्शनों को जायेंगे तो अपने आराध्य से कोरोना को खत्म करने के लिए प्रार्थना भी करेंगे। 
 

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