अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा हिंदू-मुस्लिम एकता से डरी हुई है। सीएए, एनआरसी, एनपीआर के प्राविधान संविधान के विरूद्ध है। मानवाधिकार हनन में सबसे ज्यादा नोटिसें उत्तर प्रदेश सरकार को मिली हैं।
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव राजभवन जाकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिले। खबर है कि यह मुलाकात सूबे की कानून-व्यवस्था को लेकर हुई। अखिलेश यादव ने इस दौरान भारतीय नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर हुए प्रदर्शनों को लेकर भी चर्चा की। साथ ही इस दौरान की गई पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल भी उठाया।
विपक्षी दल के नेताओं को किया गया दूर
बता दें इससे अखिलेश यादव ने कहा था कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हुई है। पुलिस ने गाड़ियां तोड़ी है और घरों में लूटपाट की है, जिनकी मौतें हुई हैं, उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दी जा रही हैं और एफआईआर नहीं लिखी जा रही है। मृतकों के परिवारीजनों से विपक्षी नेताओं को मिलने भी नहीं दिया जा रहा है।
मानवाधिकार हनन में सबसे ज्यादा नोटिस यूपी को
अखिलेश यादव ने पार्टी मुख्यालय पर कहा कि भाजपा हिंदू-मुस्लिम एकता से डरी हुई है। सीएए, एनआरसी, एनपीआर के प्राविधान संविधान के विरूद्ध है। ये कानून आम जनता को परेशान करने और मुस्लिमों को डराने के लिए लाए जा रहे हैं। मानवाधिकार हनन में सबसे ज्यादा नोटिसें उत्तर प्रदेश सरकार को मिली हैं।