Inside Story: अखिलेश ने बनाई एमएलसी चुनावों की रणनीति, इटावा-फर्रूखाबाद का किला बचाने की तैयारी

Published : Apr 07, 2022, 06:52 PM IST
Inside Story: अखिलेश ने बनाई एमएलसी चुनावों की रणनीति, इटावा-फर्रूखाबाद का किला बचाने की तैयारी

सार

एसपी मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को कन्नौज में पार्टी के पदाधिकारियों के बैठक कर एमएलसी चुनावों में जीत का खाका तैयार किया है। इसके साथ एमएलसी चुनावों के बाद अखिलेश यादव यूपी विधानसभा चुनाव में कन्नौज की तीनों सीटों पर मिली हार की समीक्षा भी करेंगे। वहीं बीजेपी इटावा-फर्रूखाबाद सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।

सुमित शर्मा
कानपुर:
यूपी एमएलसी चुनावों के बाद एसपी और बीजेपी एक बार फिर आमने-सामने हैं। दोनों ही राजनीतिक पार्टियां एमएलसी चुनावों को लेकर रणनीति तैयार कर रही हैं। बीजेपी ने एमएलसी चुनावों की कमान मंत्रियों, विधायकों, सांसदों और संगठन के पदाधिकारियों को सौंपी हैं। वहीं एसपी पर अपना गढ़ बचाने की जिम्मेदारी है। एसपी किसी भी कीमत पर इटावा-फर्रूखाबाद की सीट को गवांना नहीं चाहती है। इसके लिए एसपी चीफ अखिलेश यादव ने खुद कमान संभाली है।

एसपी मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को कन्नौज में पार्टी के पदाधिकारियों के बैठक कर एमएलसी चुनावों में जीत का खाका तैयार किया है। इसके साथ एमएलसी चुनावों के बाद अखिलेश यादव यूपी विधानसभा चुनाव में कन्नौज की तीनों सीटों पर मिली हार की समीक्षा भी करेंगे। वहीं बीजेपी इटावा-फर्रूखाबाद सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। दरअसल इटावा, कन्नौज और फर्रूखाबाद समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। बीजेपी इटावा-फर्रूखाबाद एमएलसी सीटको जीतने के लिए एसपी के गढ़ में उसी को पछाड़ने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।

बीजेपी ने एसपी के गढ़ में खिलाया कमल
लोकसभा चुनाव 2014 के बाद से बीजेपी, समाजवादी पार्टी के गढ़ में कमल खिलाने में कामयाब हो रही है। लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने कानपुर-बुंदेलखंड की 10 में से 10 सीटों पर कमल खिलाया था। जिसमें एसपी के गढ़ इटावा, कन्नौज और फर्रूखाबाद की सीटें भी शामिल थीं। वहीं विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी ने कानपुर-बुंदेलखंड की 52 में से 41 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी ने इटावा की तीन में से एक सीट पर बीजेपी को मिली थी। कन्नौज की तीनों सीटों पर बीजेपी ने कमल खिलाया है। वहीं फर्रूखाबाद की चारों विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है।

अखिलेश यादव ने बनाई रणनीति
एसपी चीफ अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में सभासद और चेयर मैन भी शामिल थे। एसपी का फोकस इटावा-फर्रूखाबाद सीट पर है। एसपी चीफ ने पार्टी कार्यकर्ताओं, संगठन और जनप्रतिनिधियों को प्रत्याशी के पक्ष में वोटरों को लाने की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी पदाधिकारियों ने अखिलेश यादव के सामने वोटरों की लिस्ट रखी थी। अखिलेश यादव ने पार्टी वोटरों से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं।

इटावा-फर्रूखाबाद एमएलसी सीट
कानपुर-बुंदेलखंड की इटावा-फर्रूखाबाद एमसलसी सीट पर बीजेपी ने भाजयुमों के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशूदत्त द्धिवेदी को मैदान में उतारा है। ब्राह्मण बिरादरी से आते हैं। बीजेपी ने प्रांशूदत्त को प्रत्याशी बनाकर ब्राह्मण, क्षेत्रीय और ओबीसी वोटरों को साधने का काम किया है। वहीं एसपी हरीश कुमार यादव को उतारा है। हरीश यादव पुलिस विभाग में दारोगा पद से रिटायर हैं। हरीश वर्तमान में मोहम्मदाबाद नगर पंचायत अध्यक्ष भी हैं।

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