नेताजी के निधन की खबर सुनते ही महराजगंज से नन्हा समर्थक उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए अकेले ही सैफई निकल पड़ा था, जिसके बाद वह रास्ता भटक गया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बाद अखिलेश यादव ने बच्चे का हालचाल जाना, जिसके बाद पार्टी के कार्यकर्ता उसको सैफई लेकर रवाना हुए है।
महराजगंज: समाजवादी पार्टी के संस्थापक व यूपी के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव के निधन की सूचना पर अकेले ही ट्रेन में बैठकर सैफई के लिए रवाना हुए 10 साल के नन्हे समर्थक का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। इसकी जानकारी होने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उससे मिलने का फैसला लिया और उसको सैफई बुलाया है। शुक्रवार की दोपहर दस वर्षीय श्याम यादव को महराजगंज से पूर्व विधायक मुन्ना सिंह व निवर्तमान जिलाध्यक्ष आमिर हुसैन उसे लेकर सैफई के लिए रवाना हो गए हैं।
साइकिल लेकर करता है गांव-गांव घूमकर प्रचार
जानकारी के अनुसार बच्चा शहर के मलनी फुलवरिया गांव निवासी सिकंदर यादव का बेटा श्याम लाल यादव है। वह प्राथमिक विद्यालय में कक्षा पांच का छात्र है। वायरल हो रहे वीडियो में मासूम ने खुद को समाजवादी पार्टी का स्टार प्रचारक बताया था। दरअसल वह इतनी छोटी से उम्र में ही साइकिल लेकर गांव-गांव घूमकर सपा का प्रचार करता है। नेताजी के निधन की खबर मिलते ही वह बिना घरवालों को बताए सैफई जाने के लिए सोमवार को लक्ष्मीपुर स्टेशन पर ट्रेन में बैठ गया। उसके बाद वह गोरखपुर स्टेशन से दूसरी ट्रेन पकड़ कर सैफई के लिए रवाना हो गया।
बच्चे के घरवालों लेने के लिए पहुंचे कानपुर स्टेशन
श्याम लाल का कहना है कि इटावा पहुंचने के लिए कुछ लोगों ने गलत रास्ता बता दिया। जिसकी वजह से वह सैफई न जाकर कानपुर चला गया। कानपुर रेलवे स्टेशन में बच्चे को अकेला देख जीआरपी के जवानों ने उसे रोककर जब जानकारी ली तो उसने पूरा घटनाक्रम बताते हुए घर जाने की इच्छा व्यक्त की। जिस पर जवानों ने पिता सिकंदर यादव से बात की। बेटे के कानपुर होने की सूचना मिलते ही पिता व चाचा कानपुर रवाना हो गए। गुरुवार रात आठ बजे के करीब दोनों लोग उसे लेकर गांव पहुंचे। उसके बाद पूर्व विधायक कुंवर कौशल सिंह ऊर्फ मुन्ना सिंह श्यामलाल यादव के घर गए तो उसने भी सैफई चलकर अखिलेश यादव से मिलने की इच्छा व्यक्त की। वहीं दूसरी ओर निवर्तमान जिलाध्यक्ष आमिर हुसैन ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का सुबह फोन आया था। वह श्याम को लेकर चिंतित थे कि वह सकुशल घर पहुंच गया या नहीं। उसके बाद उन्होंने उससे मिलने की इच्छा जाहिर की जिसके बाद हम लोग उसे लेकर सैफई जा रहे हैं।