यूपी के अलीगढ़ में हुए बवाल के बाद पीड़ित परिवार ने आपबीती बताई। बताया जा रहा है कि इस पूरे विवाद की शुरुआत गाड़ी खड़ी करने को लेकर हुई थी। वहीं पुलिस इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी है।
अलीगढ़: मिश्रित आबादी वाले सराय सुल्तानी में सोमवार की रात को उपद्रव के बाद मंगलवार को तनावपूर्ण स्थिति देखी गई। यहां पूरा इलाका पुलिस के सख्त पहरे में रहा। एडीजी आगरा जोन समेत पुलिस के कई बड़े अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण करते रहें। मारपीट और फायरिंग के मामले में एक पक्ष की ओर से दो मुकदमे दर्ज करवाए गए हैं। वहीं इस मामले में दूसरे पक्ष की ओर से भी दो तहरीर मंगलवार की शाम को पुलिस को दी गई। पुलिस मामले में आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई है।
पथराव के बाद हुई हवाई फायरिंग
पीड़ित ने बताया कि घटनाक्रम उस दौरान हुआ जब सासनी गेट पक्की सराय का ताला व्यापारी युवक ताज होटल पर खाना लेने गया। वहां पर बाइक खड़ी करने को लेकर दूसरे समुदाय के युवक के साथ कहासुनी हो गई। इसी के बाद दोनों पक्षों में मारपीट और जमकर पथराव हुआ। बाद में दो राउंड हवाई फायरिंग भी की गई। विवाद दो समुदायों से जुड़ा होने के चलते ही मौके पर तनाव कायम है। इस मामले में पहला मुकदमा ताला व्यापारी परिवार के दिलीप वार्ष्णेय की ओर से दर्ज करवाया गया था। उनका कहना है कि सोमवार की रात को वह रेलवे रोड अपनी दुकान से वापस जा रहे थे। ऊन मार्केट में मीट की दुकान पर भीड़ लगी थी। वहां एक व्यक्ति की पिटाई की जा रही थी। वह जब बीच बचाव के लिए पहुंचे तो उनके भाई अंकित की पिटाई हो रही थी। इस बीच उन्हें, अंकित और दूसरे भाई हिमांशु को जमकर पीटा गया। पिटाई करने वाले में दर्जनों लोग शामिल थे।
'इन्हें जिंदा नहीं जाने देना है'
बताया गया कि जान से मारने की नियत से धारदार हथियार से हमला किया गया था। इस बीच जब अंकित और दिलीप घायल हो गए तो कहा गया कि इन्हें जिंदा नहीं जाने देना है। इसके बाद ही फायर झोंकी गई थी। इसी के साथ पथराव के चलते अफरा-तफरी का माहौल बना था। इस बीच दिलीप बेहोश हो गया और उसके भाई अंकित वार्ष्णेय और हिमांशु की सोने की चेन लूट ली गई। वहीं इस मामले में दूसरा मुकदमा अंकित वार्ष्णेय की ओर से दर्ज करवाया गया है। उन्होंने बताया कि वह गिलहराज मंदिर जा रहे थे और वह भी झगड़ा होता देखकर रुके थे।