बुलंदशहर के गांव के कुछ युवक ठेका खुलवाकर शराब खरीदना चाहते थे। युवकों ने शराब के ठेकेदार को फोन कर ठेका खोलकर शराब देने की बात कही जिसपर सेल्समैन ने इंकार कर दिया। इसी आक्रोश में आकर युवकों ने दुकान पर आग लगा दी। सेल्समैन ने दुकान खोलने से इंकार इसलिए किया क्योंकि अम्बेडकर जयंती के अवसर पर जिला प्रशासन ने पहले ही दुकानों को बंद करने के निर्देश दे दिए थे।
बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के जिले बुलंदशहर में कुछ युवकों ने डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती के दिन शराब के ठेके में आग लगा दी। जिले के अरनिया क्षेत्र के गांव गंगावली में शराब नहीं मिलने से नाराज कुछ युवकों ने शराब के ठेके को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान ठेके के पास खड़ी गाड़ियां भी जलकर राख हो गई है। ऐसा बताया जा रहा है कि अम्बेडकर जयंती पर जिला प्रशासन के निर्देश के बाद शराब के ठेकों को बंद कराया गया था। इन युवकों को ठेका खुलवा कर शराब खरीदनी थी। ऐसा न होने पर गुस्से में आकर ठेके की शराब को स्वाहा कर दिया।
ठेके के पास गाड़ियां भी जलकर हुई राख
जिला प्रशासन के निर्देश पर बंद शराब के ठेकों को खोलने के लिए गांव के युवकों ने सेल्समैन को फोन किया लेकिन उसने ठेका खोलने से इंकार कर दिया। जिसके बाद ग्रामीण युवकों ने देशी शराब के ठेके में आग लगा दी। हालांकि स्थानीय पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, थाना अरनिया में करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ पीड़ित सेल्समैन और दुकान मालिक ने मुकदमा दर्ज कराया है। जिसके बाद ही पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल गांव में पुलिस की दबिश लगातार जारी है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल के सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
एक दिन पहले ही जिला प्रशासन ने दिए थे निर्देश
ग्रामीण युवकों ने शराब के ठेके को तो आग के हवाले किया ही साथ ही वहां पर खड़े वाहन बाइक, कार भी जलकर राख हो गई है। जिला प्रशासन ने 14 अप्रैल के पहले ही भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर संपूर्ण उत्तर प्रदेश में देशी शराब अंग्रेजी शराब बीयर एवं भांग की दुकाने बंद रखने का ऐलान किया गया था। शराब के सभी ठेकों पर आज दुकान बंद रहने की सूचनाएं तक लगाई गई थी। उसके बाद भी युवकों ने ऐसा कदम उठाया जिसके बाद उन सभी पर कार्रवाई होगी।
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