अमेठी में समाधान दिवस पर आए एक बुजुर्ग की जमीन पर बैठे फोटो जमकर वायरल हो रही है। इस फोटो को लेकर सोशल मीडिया पर लोग अधिकारियों को जमकर कोस रहे हैं।
लखनऊ: अमेठी जनपद से जनसुवाई के दौरान की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। जहां एक ओर सीएम योगी हर गरीब को न्याय दिलाने का भरोसा दिला रहे हैं, वहीं वायरल हो रही यह तस्वीर अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही को उजागर कर रही है। तस्वीर अमेठी जनपद के 76 वर्षीय बुजुर्ग की है जो समाधान दिवस पर पहुंचा हुआ था। वायरल फोटो को लेकर बताया गया कि वह बुजुर्ग जमीन पर बैठकर अधिकारियों को अपनी फरियाद सुना रहा है जबकि अधिकारी कुर्सी पर जमे हुए हैं। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद डीएम की ओर से खुद सामने आकर सफाई दी गई है।
डीएम ने खुद आगे आकर बताया सच
डीएम ने कहा- तहसील तिलोई में संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान शिकायत लेकर आए बुजुर्ग को सभागार में बैठाकर उसका फोटो लिया गया और वायरल किया गया। वहां मौजूद अधिकारियों ने तत्काल उसे उठाकर कुर्सी पर बैठाया और उसकी समस्या को सुना। हालांकि, इस मामले में तमाम अन्य अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं और यह तस्वीर असल मामलों में लोकतंत्र की कलई खोल रही है। इस तस्वीर के सामने आने के बाद लोग जमकर आलोचना भी कर रहे हैं।
लोकतंत्र के लिए मजाक से कम नहीं यह तस्वीर
आपको बता दें- अमेठी की तिलोई में शनिवार को आयोजित हुए समाधान दिवस की यह तस्वीर सामने आई है। अन्य शब्दों में कहा जाए तो यह तस्वीर सामंतवादी सोच का उदाहरण मात्र है। समाधान दिवस की अध्यक्षता के लिए खुद अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अजीत सिंह वहां पर आए हुए थे। अपर पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारी भी वहां मौजूद थे। बुजुर्ग महादेव यहां अपनी पुश्तैनी जमीन पर कब्जे की फरियाद लेकर पहुंचे थे।
सीएम से उलट दिख रही अधिकारियों की सोच
सीएम योगी आदित्यनाथ एक ओर जहां जनता दरबार में पीड़ितों को कुर्सी पर बैठाकर खुद खड़े होकर जनसुनवाई करते हैं, वहीं दूसरी ओर समाधान दिवस पर यह तस्वीर उससे ठीक उलट है। जनसुनवाई कार्यक्रम में अधिकारी खुद तो कुर्सी पर जमे हुए हैं लेकिन पीड़ित जमीन पर बैठा हुआ है। सोशल मीडिया पर लोग इस तस्वीर के बाद डीएम की प्रतिक्रिया से भी संतुष्ट नहीं हैं। उनका साफतौर पर आरोप है कि जब बुजुर्ग फोटो में जमीन पर बैठा दिख रहा है, उसके सामने ही कई अधिकारी कुर्सी पर बैठे हैं तो उन्होंने उसे ऐसा करने से क्यों नहीं रोका। उसके बैठने का प्रबंध क्यों नहीं किया गया। तस्वीर में जो 4 पुलिसकर्मी सामने बैठे हैं, उन्होंने इसपर आपत्ति क्यों नहीं जताई। बगल में जो अधिकारी बैठे हुए हैं उन्होंने क्यों बुजुर्ग को इस तरह से बैठे रहने दिया।
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