इसी माह से शुरू हो जाएगा काशी में रोप-वे का निर्माण कार्य, मुख्य सचिव ने जल्द भूमि पूजन कराने के दिए निर्देश

मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने वाराणसी में कैण्ट से गोदौलिया तक बनने वाले रोप-वे के निर्माण कार्य को 14 जुलाई के आसपास भूमि पूजन कर शुरू कराए जाने का निर्देश दिया है। अफसरों के साथ बैठक करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि काशी, पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं का शहर है। रोप-वे कार्य यहां के लिए महत्वाकांक्षी योजना है। 

Hemendra Tripathi | Published : Jul 4, 2022 6:45 AM IST

वाराणसी:  उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा (Chief Secretary DS Mishra) ने वाराणसी (varanasi) में कैण्ट से गोदौलिया तक बनने वाले रोप-वे के निर्माण कार्य को 14 जुलाई के आसपास भूमि पूजन कर शुरू कराए जाने का निर्देश दिया है। अफसरों के साथ बैठक करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि काशी, पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं का शहर है। रोप-वे कार्य यहां के लिए महत्वाकांक्षी योजना है। इसे जल्द से जल्द शुरू कराकर निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराया जाए। उन्होंने इसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत पर भी जोर दिया। 

शिव के डमरू के आकार से बनने वाले कमिश्नर के कार्यालय का हुआ प्रेजेंटेशन
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने काशी के सर्किट हाउस सभागार में रविवार को अफसरों के साथ बैठक की। इस दौरान कमिश्नरी कार्यालय परिसर स्थित भूखंड पर 346.27 करोड़ की लागत से शिव के डमरू के आकार का बनने वाले मंडलीय कार्यालय भवन परियोजना का प्रेजेंटेशन देते हुए कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि निर्माणकार्य पूरी तरह पीपीपी पैटर्न पर होगा। इस भवन के दो टावर होंगे। एक टावर कार्यदायी संस्था को 30 वर्षों के लीज पर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए दो-तीन बार टेंडर हो चुके हैं, लेकिन अब तक कोई भी कार्यदायी संस्था इसके लिए आगे नहीं आई है। उन्होंने बताया कि कार्यदायी संस्थाओं की मांग है कि एक टावर जो 30 वर्ष के लिए लीज पर दिया जाना है, उसकी समयावधि काफी कम है, उसे 90 वर्षों के लिए तथा दोनों टावर के नीचे का हिस्सा व्यवसायिक गतिविधियों के लिए उपलब्ध कराए जाएं।

काशी के टेंट सिटी में बढ़ी पर्यटकों की संख्या
मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि भारत सरकार के मान्यता प्राप्त आर्किटेक्ट संगठन से संपर्क कर भवन के एस्टीमेट का पुनर्मूल्यांकन कराया जाए। साथ ही उन्होंने इसे स्मार्ट व ग्रीन बिल्डिंग बनाए जाने पर जोर दिया। उस पार रेती पर बनने वाली 'टेंट सिटी' के संबंध में कमिश्नर ने बताया कि पर्यटकों की संख्या अन्य जगहों पर भले ही घटी हो, लेकिन काशी में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। टेंट सिटी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। उन्होंने बताया कि यह टेंट सिटी अक्टूबर से फरवरी तक रहेगी। मुख्य सचिव ने प्रयागराज के कुंभ को दुनिया का सबसे बड़ा टेंट सिटी बताते हुए कहा कि जिलाधिकारी इलाहाबाद के साथ इस संबंध में बैठक कर इसके संबंध में जानकारी एवं जरूरत पड़ने वाले अनापत्ति प्रमाण पत्रों आदि के संबंध में जानकारी ले ली जाए। मुख्य सचिव ने टेंट सिटी को फरवरी की जगह मई तक क्रियाशील रखे जाने पर विशेष जोर दिया।

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