अमरोहा में गर्मियों की छुट्टी पर घूमने के बाद वापस आए दो दोस्त बाघ के हमले का शिकार हो गए। युवक अफसारुल को इस हमले में बाघ जंगल में खींच ले गया जहां उसकी मौत हो गई। वहीं वापस आए अनस ने पूरी घटना की जानकारी लोगों को दी।
अमरोहा: दो दिन पहाड़ों का सफर पूरा कर वापस आ रहे दो दोस्त बाघ के हमले का शिकार हो गए। हमले में एक युवक की मौत हो गई जबकि दूसरा किसी तरह से बाघ से बचकर वापस आ गया। वापस आए युवक ने जब बाघ के हमले का आंखों देखा हाल लोगों को बताया तो सभी हैरान हैं। युवक अनस ने बताया कि रात तकरीबन आठ बजे बिजली की रफ्तार से जंगल में उनकी बाइक पर हमला हुआ। बाइक पलटते ही दोनों दोस्त जा गिरे। बाइक गिरने के बाद भी स्टार्ट थी और उसकी हेडलाइट जल रही थी। हेडलाइट की ही रोशनी में अनस ने देखा कि उसके दोस्त को बाघ अपने जबड़े में दबाकर ले जा रहा था। वह कुछ समझ पाता इससे पहले ही पलभर में बाघ जंगल में गायब हो गया।
हर साल गर्मियों में घूमने जाते थे दोनों दोस्त
आपको बता दें कि जीहल गांव निवासी अनस और अफसारुल बचपन से दोस्त हैं। अफसारुल ने गांव में क्लिनिक खोल रखी है जबकि अनस ट्रक ड्राइवर है। दोनों ही गर्मियों में हर साल पहाड़ों की सैर के लिए जाते हैं। शुक्रवार को नमाज पढ़ने के बाद दोनों दोस्त निकले और उनका शनिवार को वापसी का कार्यक्रम था। नैनीताल घूमने के बाद वह अमरोहा के लिए रवाना हुए। इस बीच रामनगर में सुनसान झाड़ियों में बाघ ने उनकी बाइक पर हमला कर दिया। पहले तो उन्हें समझ ही नहीं आया कि यह हुआ क्या है, लेकिन बाइक की रोशनी में दिखा की बाघ अफसारुल की गर्दन पकड़कर जंगल में ले जा रहा है। अनस ने बताया कि बाइक पर झपटने के दौरान बाघ का पंजा उन्हें भी लगा।
बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
हमले का शिकार अफसारुल अपने चार भाई-बहन में सबसे छोटा था। आठ साल पहले ही उसकी शादी अंजुम से हुई थी। उनके दो बेटे हैं जिनकी उम्र 7 और 3 साल है। इस तरह से अचानक बच्चों के सिर से पिता का साया उठ जाने के बाद गांव में शोक का माहौल है। वहीं वन विभाग की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन में अफसारुल के जूते, बैग, कपड़े और एक खाया हुआ हाथ मिला है। वहीं मौत को इतना करीब से देखकर वापस आए अनस की हालात भी सामान्य नहीं है। वह बहुत ही ज्यादा घबराया हुआ है।