यूपी के गो-तस्कर भाइयों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। अकबर बंजारा और सलमान को असम पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर किया है। अकबर बंजारा पर 2 लाख का इनाम था। उन्हें 13 अप्रैल को ही मेरठ पुलिस ने पकड़ा था उसके बाद पुलिस उसे लेकर मेरठ गई थी।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के दो गो-तस्कर भाइयों को असम पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। गो-तस्कर भाइयों अकबर बंजारा और सलमान को असम पुलिस की ओर से मुठभेड़ में ढेर किया गया और इस बीच चार पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। मेरठ के फलावदा कस्बा निवासी अकबर बंजारा पर 2 लाख का इनाम रखा गया था। दोनों को 13 अप्रैल को मेरठ पुलिस ने पकड़ा था। हालांकि इसके बदा 14 अप्रैल को असम पुलिस उन्हें बी-वारंट पर असम के कोकराझार ले गई थी।
7 दिन की मिली थी रिमांड
तीनों लोगों को असम कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट की ओर से तीनों की 7 दिन की पीसीआर रिमांड दी गई थी। इसी बीच मंगलवार को रिमांड अवधि के बीच अकबर बंजारा और सलमान पुलिस की कस्टडी से फरार हो गए। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया। कोकराझार में हुए मुठभेड़ में दोनों पशु तस्कर मार दिए गए हैं। मेरठ पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने दोनों तस्करों के मारे जाने की पुष्टि की गई।
बनाया था बड़ा साम्राज्य
गौरतलब है कि अकबर ने अपना अवैध कारोबार असम, मेघालय, वेस्ट बंगाल, मिजोरम आदि जगहों पर फैला हुआ था। लोग बांग्लादेश तक इन गोवंश को एक बंद बॉडी के ट्रक में पहुंचाते थे। अकबर बंजारा और सलमान ने गोमांस की सप्लाई कर मेरठ, बिजनौर और आस-पास के जनपदों में तकरीबन 300 करोड़ की संपत्ति को जुटाया था। पुलिस गैंगस्टर की कार्रवाई के तहत संपत्ति जब्त करने की तैयारी में जुटी हुई थी। इसको लेकर इनकम टैक्स विभाग तक को पत्र लिखा गया था।
अकबर बंजारा के द्वारा बांग्लादेश में गोमांस की सप्लाई की जाती थी। उसने तस्करी और गौवंश मीट का एक ऐसा गैंग खड़ा किया जिससे मायाजाल बांग्लादेश तक फैसाल हुआ था। गैंग में 150 से ज्यादा सदस्य हैं। यूपी में उसका नाम काफी बड़ा था। अकबर को नॉर्थ ईस्ट का डॉन कहा जाता था।
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