गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी से जुड़े आठ युवकों को यूपी एटीएस ने हिरासत में लिया है। साथ ही मंदिर हमले के आरोपी मुर्तजा पर UAPA लगाने की तैयारी पूरी हो गई है जिसके बाद इसकी विवेचना के लिए NIA को दी जाएगी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिले गोरखपुर में तीन अप्रैल को गोरखनाथ मंदिर पर हुए हमले में यूपी एटीएस ने आठ युवकों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए आठों युवक कट्टरपंथी बताए जा रहे हैं। साथ ही इन्हें हमले के मुख्य आरोपी मुर्तजा अब्बासी की हर गतिविधि की जानकारी होने का शक है। उधर एटीएस की पूछताछ में मुर्तजा ने कई अहम खुलासे किए हैं साथ ही यह भी कबूला कि उसने गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर बांके से क्यों हमला किया। उसने कुबूला है कि गोरखनाथ मंदिर में पुलिस वालों को मारकर दुनिया में हाइप क्रिएट करने की थी। मुर्तजा अब्बासी ने अपने लैपटॉप और मोबाइल फोन से कई अहम जानकारी डिलीट करने की भी बात को कुबूला है।
आरोपी मुर्तजा पर UAPA लगाने की तैयारी
यूपी एटीएस इसी बीच आरोपी मुर्तजा अब्बासी पर गैरकानूनी गतिविधायां अधिनियम लगाने की तैयारी भी पूरी कर ली है। गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम लगने के बाद गोरखनाथ मंदिर हमले की विवेचना NIA को सौंप दी जाएगी। वहीं इस मामले में एटीएस को मिली मुर्तजा के लैपटॉप और मोबाइल की मिरर इमेज। इनकी पड़ताल करने में पता चला है कि मुर्तजा संदिग्ध लोगों से बातचीत करने में VOIP कॉल या फेसटाइम का इस्तेमाल करता था। इसके अलावा उसके अकाउंट में सीरिया में जिस एकाउंट में पैसा गया उसे ट्रेस करने में रही ATS को दिक्कत हो रही है।
हमले के बाद उसकी चर्चा बड़े स्टार पर हो
फिलहाल एटीएस ने मुर्तजा के खिलाफ यूएपीए एक्ट यानी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत कार्रवाई की तैयारी पूरी कर ली है। जिसके बाद नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी को मामले की विवेचना सौंप दी जाएगी। मुर्तजा अब्बासी ने एटीएस को पूछताछ में यह भी बताया कि वह चाहता था कि देश में शरिया कानून लागू हो जाए। गोरखनाथ मंदिर पर बांके से हमला करने की मुख्य वजह क्रूरता को दिखाना था। यह भी मंशा थी कि गोरखनाथ मंदिर पर हमला से हाइप क्रिएट की जाए ताकि इसकी चर्चा बड़े स्टार पर हो। मुर्तजा ने पूछताछ में बताया कि विदेश में बैठे आकाओं ने ही बम के बजाए बांके या चापड़ से हमला करने के निर्देश दिए थे। यही नहीं मुर्तजा ने अपने लैपटॉप और मोबाइल फोन से कई अहम जानकारी डिलीट करने की बात भी क़ुबूल की है।
जानिए आखिर क्या है UAPA
आपको बता दें कि गैरकानूनी गतिविधायां अधिनियम व UAPA के तहत पुलिस ऐसे अपराधियों या संदिग्धों को चिन्हित करती है जो आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होते हैं, आतंकी गतिविधियों के लिए लोगों को प्रोत्साहित करते हैं या फिर ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं। ऐसे मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी के पास काफी शक्तियां होती है।