यूपी के औरैया में 10 साल के लड़के ने 7 साल की मासूम से किया रेप, कहा- मोबाइल पर ऐसा वीडियो देखा था

यूपी के औरैया में एक 10 साल के लड़के ने मोबाइल में पोर्न वीडियो देखकर सात साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म किया है। मामले की जानकारी होने के बाद पीड़िता के परिवार ने आरोपी के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।

Asianet News Hindi | Published : Nov 5, 2022 11:37 AM IST / Updated: Nov 05 2022, 05:22 PM IST

औरैया: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। बता दें कि एक 10 साल के लड़के ने मोबाइल पर पोर्न वीडियो देख 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी लड़का और पीड़ित बच्ची एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। जब पीड़ित बच्ची ने रोते हुए अपने परिवार वालों को मामले की जानकारी दी तो परिजन बच्ची को लेकर थाने पहुंच गए। मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस ने आरोपी लड़के को पकड़ लिया है। यह मामला सहायल थाना क्षेत्र का है। 

जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया जाएगा आरोपी
वहीं पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि लड़के ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। पुलिस पूछताछ करने के बाद लड़के को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके साथ ही बच्ची को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। घटना के दौरान बच्ची के माता-पिता दवाई लेने के लिए सहायल गए हुए थे। इस दौरान सात साल की मासूम घर पर अकेली थी। पीड़ित बच्ची के पिता ने बताया कि वह प्राथमिक स्कूल में कक्षा तीन की छात्रा है। जब वह घर वापस आए तो देखा कि बच्ची घर के कोने में डरी-सहमी बैठी हुई थी। 

पोर्न वीडियो देख घटना को दिया अंजाम
बच्ची को बदहवास हालत में देख जब उससे रोने का कारण पूछा गया तो उसने बताया कि उसके स्कूल में कक्षा 6 में पढ़ने वाला छात्र घर आया था। इस दौरान पहले तो उसने अच्छे से बात की। इसके बाद उसने जबरन बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। मासूम के मुंह से इस तरह की बात सुन उनके पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस ने बताया कि शुरूआती पूछताछ में लड़का कुछ बोलने को नहीं तैयार था। इसके बाद पुलिस ने उसके साथ सख्ती बरती तो उसने बताया कि मोबाइल पर पोर्न वीडियो देखने के बाद उसने इस वारदात को अंजाम दिया। 

पुलिस ने दर्ज किया केस
थाना प्रभारी पंकज मिश्रा ने बताया कि आरोपी लड़के के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह मामला काफी संवेदनशील है। वहीं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आरके सचान ने कहा कि यह एक तरह का मानसिक विकार है। आस-पास के माहौल या फिर टीवी और मोबाइल में ऐसे सीन देखने के बाद उस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। उन्होंने बताया कि 14 साल की उम्र तक ही हार्मोन्स विकसित हो पाते हैं। बता दें कि कानून के हिसाब से प्राइवेट पार्ट में किसी प्रकार की जबर्दस्ती को दुष्कर्म ही माना जाएगा।

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