पीएम मोदी ने की दीपोत्सव की शुरुआत, कहा- हम अमृतकाल में अमर अयोध्या की अलौकिकता के साक्षी बन रहे

रामनगरी में दीपोत्सव के कार्यक्रम में 17 लाख दीये जलाकर नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारियां पूरी हो चुकी है तो वहीं दूसरी ओर विभिन्न देश समेत राज्यों से आए कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दे रहे है। शाम को पीएम मोदी के आने के बाद दीपोत्सव का आगाज होगा। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 23, 2022 7:42 AM IST / Updated: Oct 23 2022, 07:03 PM IST

अयोध्या: भव्य दीपोत्सव के बीच पूरी नगरी राममय हो गई है। दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने प्रतीकात्मक भगवान राम का राज्याभिषेक किया। इसी के साथ उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या में भी यहां पर इजाफा देखने को मिलेगा। ऐसे में अयोध्यावासियों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाएगी। इसके बाद पीएम मोदी ने दीप जलाकर की अयोध्या दीपोत्सव की शुरुआत की। पीएम मोदी ने कहा कि आज अयोध्या जी, दीपों से दिव्य हैं, भावनाओं से दिव्य हैं। आज अयोध्या नगरी, भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण के स्वर्णिम अध्याय का प्रतिबंब है।  हमने त्रेता की उस अयोध्या के दर्शन नहीं किए लेकिन अमृतकाल में अमर अयोध्या के साक्षी बन रहे हैं। 

'दीपावली का दीपक हमारे लिए सिर्फ एक वस्तु नहीं'

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पीएम मोदी ने कहा कि हम उस सभ्यता और संस्कृति के वाहक हैं, पर्व और उत्सव जिनके जीवन के सहज-स्वाभाविक हिस्सा रहे हैं। दीपावली का दीपक हमारे लिए केवल एक वस्तु नहीं है। ये भारत के आदर्शों, मूल्यों और दर्शन के जीवंत ऊर्जापुंज हैं। पीएम मोदी ने कहा कि 'जगत प्रकास्य प्रकासक रामू' अर्थात- भगवान राम पूरे विश्व को प्रकाश देने वाले हैं। वो पूरे विश्व के लिए एक ज्योतिपुंज की तरह हैं। 

घाट पर पहुंचकर की सरयू आरती

प्रतीकात्मक भगवान राम के राज्याभिषेक के बाद पीएम मोदी ने सरयू तट पर पहुंचकर आरती की। इस दौरान रामनगरी अयोध्या का नजारा देखते ही बन रहा था। सरयू घाट पर मौजूद संतों ने पीएम मोदी को एक पटका भी भेंट किया। 

पीएम मोदी ने किया प्रतीकात्मक भगवान राम का राज्याभिषेक

पीएम मोदी ने अयोध्या में भगवान श्री राम का राज्याभिषेक किया और भगवान राम की आरती उतारी। सीएम योगी ने भी उसके बाद भगवान राम की आरती उतारी। पीएम मोदी ने मंच से कहा जब श्रीराम का अभिषेक होता है तो हमारे भीतर भगवान राम के आदर्श औऱ मूल्य और भी दृढ़ हो जाते हैं। राम के अभिषेक के साथ ही उनका दिखाया पथ और प्रदीप्त हो उठता है। बड़े ही सौभाग्य से यह अवसर किसी को भी मिलता है। आजादी के इस अमृतकाल में भगवान राम जैसी संकल्पशक्ति देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। भगवान राम अपने वचन में, अपने विचारों में, अपने शासन में, अपने प्रशासन में जिन मूल्यों को गढ़ा वो सबका साथ सबका विकास की प्रेरणा हैं और सबका विश्वास-सबका प्रयास ही आधार है।

पीएम मोदी ने कहा- बढ़ने वाली है अयोध्या के लोगों की जिम्मेदारी

पीएम मोदी ने कहा कि लाल किले से सभी देशवासियों से पंच प्राणों को आत्मसात करने का आह्वान मैंने(पीएम मोदी) ने किया। इस पंच प्राणों की ऊर्जा जिस एक तत्व से जुड़ी हुई है वो इस भारत के नागरिकों का कर्तव्य है। अयोध्या नगर में दीपोत्सव के इस पावन अवसर पर हमें अपने संकल्प को दोहराना है, श्री राम से सीखना है। भगवान राम मर्यादापुरुषोत्तम कहे जाते हैं। मर्यादा, मान रखना भी सिखाती है और मान देना  मर्यादा, जिस बोध की आग्रही होती है वो बोध कर्तव्य ही है। अयोध्या के लोगों की जिम्मेदारी आने वाले दिनों में बढ़ने जा रही है। देश और दुनिया के अलग-अलग कोनों से यहां आएंगे। इसलिए आपकी जिम्मेदारी और भी बढ़ेगी। अगर आपका साथ रहेगा तो अयोध्या की दिव्यता और भी निखर जाएगी। 

'श्रीराम ने अपने जीवन में कर्तव्यों पर दिया सबसे ज्यादा जोर'

पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम का जीवन बताता है कि हमारे अधिकार हमारे कर्तव्य तो स्वंयसिद्ध हो जाते हैं। श्रीराम ने अपने जीवन के कर्तव्यों पर सबसे ज्यादा जोर दिया। उन्होंने वन में रहकर साधुओं की संगत की। एक समय वह भी था जब हमारे ही देश के लोग श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाते थे। इसका नतीजा हुआ कि हमारे देश में धार्मिक स्थलों का विकास पीछे छूट गया। पिछले आठ सालों में हमने इन स्थानों पर विकास के काम को आगे रखा। 

कुछ लोगों की कुत्सित राजनीति की वजह से वीरान हो गई थी अयोध्या 
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी के आयोजन में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया। इसी के साथ उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की कुत्सित राजनीति की वजह से अयोध्या नगरी बीते समय में वीरान हो गई थी। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में यहां पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास के कार्य हुए हैं। पिछले आठ वर्षों में देश और दुनिया देखा है कि किस तरह से विकास के कार्य हुए हैं।  

अयोध्या पहुंचे पीएम मोदी, रामलला की पूजा के बाद किया तीर्थ क्षेत्र का निरीक्षण

भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी अयोध्या पहुंचे। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी रामलला की पूजा करने के लिए पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने मंदिर परिसर में मौजूद पुजारियों से भी बात की। इसके बाद उन्होंने तीर्थ क्षेत्र में हो रहे विकास कार्य का निरीक्षण किया औऱ जानकारी हासिल की। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहें। इसी के साथ मंदिर निर्माण समिति के नृपेंद्र मिश्रा और चंपत राय भी मौजूदगी भी वहां पर रही। 

पुष्पक विमान से उतरे भगवान राम, राज्यपाल और सीएम ने की अगवानी
दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। इस बीच प्रभु श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण के साथ विमान से अयोध्या पहुंचे। यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की। हेलीकॉप्टर से ही पुष्पवर्षा भी वहां पर की गई। इसके बाद भरत मिलाप किया गया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए। 

दीए जलाकर बनाया जाएगा नया रिकॉर्ड

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की रामनगरी अयोध्या में छोटी दिवाली यानी 23 अक्टूबर को 17 लाख दीये जलाकर नया रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल पहुंचे। राज्य के भव्य छठें दीपोत्सव में पीएम मोदी बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे और गुरु वशिष्ठ की भूमिका में उन्होंने भगवान श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक भी किया। पीएम मोदी ने भव्य राम मंदिर के निर्माण स्थल का भी निरीक्षण किया। उसके बाद साढ़े छह बजे वह सरयू तट पर होने वाली आरती में भी शामिल हुए। राज्याभिषेक व आरती को करने के बाद पीएम मोदी द्वारा भव्य दीपोत्सव का शुभारंभ किया। वहीं दूसरी ओर रामलला की पोशाक भी बनकर तैयार हो गई है, जिसका रंग गुलाबी है। पीएम मोदी के आगमन के बाद रामलला को ड्रेस को धारण कराया गया। 

आठ देशों और 10 राज्यों की रामलीला की हो रही प्रस्तुतियां
छठवें दीपोत्सव की तैयारियों में 8 देशों और 10 प्रदेशों की रामलीला और लोक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां हुई। जिसमें 8 देशों के 120 कलाकारों समेत 2020 कलाकारों ने हिस्सा लिया। 23 अक्टूबर को राम की पैड़ी पर 17 लाख दीपक जगमगाए। इन आठ देशों में रूस, श्रीलंका, इंडोनेशिया, मलेशिया, थाइलैंड, फिजी, नेपाल और त्रिनिडाड व टोबैगो के कलाकार प्रमुख शामिल हैं। वहीं श्रीरामजन्मभूमि समेत अन्य जगहों पर 3 लाख 54 हजार से अधिक दीपक जलें। भगवान श्रीराम की अयोध्या के गौरव को दीपोत्सव के रूप में मान देने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विदेशों के कलाकारों को भी प्रभु राम के आदर्शों को जीवन में उतारने के लिए उनकी रामलीला को रामनगरी में वैश्विक मंच दिया है। साल 2017 से शुरू हुए दीपोत्सव में विदेशी कलाकारों की रामलीला का भी अयोध्या और देशवासियों से साक्षात्कार कराया। उनके द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद विदेशी काफी प्रशंसा कर रहे हैं। योगी सरकार ने उन्हें भारत में मंच दिलाया और उनकी पहली प्रस्तुति 4 से 6 नवंबर 2018 में अयोध्या दीपोत्सव में दी थी। 

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