अयोध्या दीपोत्सव को लेकर पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। ऐसा लग रहा है कि रामनगरी त्रेतायुग का आकार ले रही है और इस दिन भगवान राम के स्वागत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए लोग पूरी तरह से लगे हुए है।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश की रामनगरी अयोध्या त्रेतायुग जैसा आकार लेती दिख रही है। यह अवसर कोई और नहीं बल्कि दीपोत्सव का है। छोटी दिवाली के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंका पर विजय प्राप्त कर लौटे राम के स्वागत के लिए खड़े होंगे और गुरू वशिष्ठ की भूमिका में राज्यभिषेक के लिए तिलक लगाने को बचैन होंगे। रामनगरी में भव्य दीपोत्सव में पीएम मोदी तीन घंटे कार्यक्रम में शामिल होंगे। भगवान राम के आगमन की खुशी में रामनगरी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। 17 लाख दीपक जलाकर रिकॉर्ड बनाने के लिए तैयारियों जोरो-शोरो से चल रही है।
झालरों और दीयों से पूरा शहर जगमगाने को हो रहा तैयार
दीपोत्सव को लेकर दुल्हन की तरह सज रही रामनगरी में सफाई व्यवस्था के लिए 1000 कर्मचारी दिन-रात एक कर लगे हुए हैं। शहर की हर सड़क को चमकाया जा रहा है, रंग बिरंगी झालरों से पूरा शहर जगमगाने को तैयार है। तो वहीं दूसरी ओर विशेष एलईडी लाइट्स से शहर की मुख्य इमारत जैसे साकेत महाविद्यालय, तुलसी उद्यान पार्क, राजसदन, राम कथा पार्क, राम की पैड़ी आदि चमक रहे है। इतना ही नहीं एल शेप में रामायण प्रसंगों पर आधारित द्वारा सरयू घाट की शोभा बढ़ा रहे हैं। राम की पैड़ी को मंदिरों के एक रंग में रंगा गया है। नयाघाट से लेकर गोंडा की सीमा तक सरयू पुल को प्रकाशमय बनाया जा रहा है।
छात्र-छात्राओं की टीम सजा रही दीपों की माला
अवध विश्वविद्यालय के हजारों छात्र-छात्राओं की टीम राम की पैड़ी पर दीपों की माला सजा रही है। उदया चौराहे से लेकर सरयू घाट तक, राम की पैड़ी से रामकथा पार्क तक सजी-धजी रोशनी से जगमग अयोध्या भक्तों को निहाल कर रही है। यह उत्साह पीएम मोदी के आगमन से कई गुना बढ़ गया है, ऐसा लग रहा है जैसे राजा राम सगुण-साकार ज्योति रूप में अवतरित हो रहे हों। लेजर लाइट की रंगीन रोशनी से सरयू का तटीय क्षेत्र खिल उठा है। दीपोत्सव के दिन लोक संस्कृति भी अछूती नहीं है। रामकथा पार्क के पास सजा राम बाजार भक्तों को लुभा रहा है। यहां बने सांस्कृतिक मंच से लोक संस्कृति की झलक दिख रही है
प्रजा की महिलाओं द्वारा पिटवाया जाएगा ढिंढोरा
रेत पर रामायण की आकृतियां बनाई जाएंगी क्योंकि रामायण सीरीज के आधार पर काम किया गया है। इस दौरान सबसे पहले पीएम मोदी और फिर उसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ की आकृति बनाई जाएगी। उसके बाद भगवान राम द्वारा लंका विजय के बाद अयोध्या आगमन के समय से विभिन्न प्रसंगों को भी दिखाया जाएगा। इसकी आकृतियों के क्रम में सबसे पहले भगवान राम के पुष्पक विमान से आगमन, फिर केवट अनुराग का प्रसंग उसके बाद भरत मिलाप और चरण वंदना के जरिए इसे जीवंत किया जाएगा। प्रभु श्रीराम के आगमन पर प्रजा की महिलाओं द्वारा ढिंढोरा पीटवाना, माताओं द्वारा भगवान राम की आरती उतारने के बाद राम दरबार की झांकी और दीपोत्सव के प्रसंगों का चित्रण किया जाएगा।
दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के साथ हो यादगार
कार्यक्रम को हर्षोल्लास को मनाने के साथ-साथ दीपोत्सव पर अयोध्या कड़ी सुरक्षा में रहेगी। वीवीआईपी मूवमेंट के चलते श्रद्धालुओं को असुविधा नहीं हो इसके लिए प्लान बन रहा है। चप्पे-चप्पे पर सादी वर्दी व खुफिया पुलिस के जवान तैनात होंगे। ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों से पूरे अयोध्या पर निगरानी रखी जाएगी। वहीं शुक्रवार को दीपोत्सव के कार्यक्रम को लेकर सीएम योगी ने समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर निर्देश दिए है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हर साल रिकॉर्ड दीये जलने से यह आयोजन वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों को छू रहा है। आगे कहते है कि समारोह को यादगार बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाए।
अयोध्या दीपोत्सव को और भी भव्य बनाएंगी ये 16 झांकियां, 22 अक्टूबर को तैयार हो जाएगी रामनगरी
रामनगरी में छठे दीपोत्सव की तैयारियां हुई शुरू, जानिए 16 लाख दीपकों को जलाने के साथ और क्या होगा खास